नई दिल्ली। चारों धामों से निराला ब्रज धाम…और ऐसे ही निराले धाम के दर्शन हेतु महाराजा अग्रसेन टेक्निकल एजुकेशन सोसाइटी ने भगवद्गीता पाठ्यक्रम के 50 छात्रो और शिक्षकों के दल के लिए ब्रज धाम यात्रा का आयोजन किया। कार्तिक मास में ब्रज धाम यात्रा का विशेष पुण्य माना जाता है। यह यात्रा संस्थान के रजत जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में अनेक प्रकार के आयोजनों की शृंखला का एक भाग थी।
यात्रा की शुरुआत राधा रानी के धाम बरसाना से हुई। राधा रानी के दर्शन के बाद सभी पावन वृन्दावन धाम पहुंचे जहाँ श्री बांके बिहारी, निधि वन, प्रेम मंदिर के दर्शन कर आध्यात्मिकता के रंग में रंग गए। दूसरे दिन सुबह ही छात्रों और शिक्षकों ने श्री गोवर्धन की ओर प्रस्थान किया। श्री गोवर्धन की 21 किलोमीटर परिक्रमा करके सबका मन परमानन्द से भर उठा। दान घाटी से शरू हुई यात्रा राधा कुंड, मानसी गंगा, मुखार विंद दर्शनों के साथ संपन्न हुई।
आध्यात्मिक स्तर पर यह यात्रा सभी के मानस में एक अमिट याद की तरह जुड़ गयी। इस यात्रा ने न केवल चकाचौंध और आपाधापी से भरे जीवन में आध्यात्मिक विश्राम प्रदान किया, बल्कि भगवद गीता के छात्रों के बीच आपसी संबंधों को भी मजबूत किया, जो आध्यात्मिक विकास की उनकी सामूहिक यात्रा में एक मील का पत्थर साबित हुआ।