विद्रोही कवि काजी नजरुल इस्लाम की कविता का हिंदी अनुवाद

।।विद्रोही।। मूल बांग्ला कविता : काजी नजरूल इस्लाम (हिंदी अनुवाद : श्री गोपाल मिश्र) 1/9