ऊषा जैन उर्वशी की रचना : बोलो श्याम
।।बोलो श्याम।। ऊषा जैन उर्वशी झाँक धरा पे ओ कृष्ण कन्हाई कैसी स्वार्थ की आँधी
ऊषा जैन ‘उर्वशी’ की गजल
।।गजल।। ऊषा जैन ‘उर्वशी‘ गम का तूफान भर गया मौसम दिल को मायूस कर गया
ऊषा जैन उर्वशी की गजल
।।गजल।। इक भी गुंचा जवाँ नही होता जो भ्रमर ने छुआ नहीं होता। तितलियाँ भी