श्राद्ध पक्ष में कब किस समय करना चाहिए पितृ पूजा और तर्पण, कितने ब्राह्मणों को कराएं भोजन?
वाराणसी। इन सोलह दिनों में श्राद्ध कर्म यानी तर्पण, पिंडदान, अन्नदान और अन्य अनुष्ठान करने
वाराणसी। इन सोलह दिनों में श्राद्ध कर्म यानी तर्पण, पिंडदान, अन्नदान और अन्य अनुष्ठान करने