कालिदास समारोह में राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी के द्वितीय सत्र में हुआ कालिदास साहित्य के सन्देश और उन पर शोध की नई दिशाओं पर विमर्श
जीवन के सभी पक्षों में उन्नति के सूत्र हैं कालिदास की वाणी में- प्रो. शुक्ल
अखिल भारतीय कालिदास समारोह में आयोजित राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी के प्रथम सत्र में हुआ कालिदास के युग परिवेश, संस्कृति और समकालीन प्रासंगिकता पर मंथन
शैव दर्शन और प्रत्यभिज्ञा सिद्धांत के उद्देश्य हैं व्यापक और कालिदास की वाणी पर है