आशा विनय सिंह बैस की कलम से : जामुन चोरों का कुख्यात गैंग

आशा विनय सिंह बैस, रायबरेली। हमारे गांव का नाम ‘बरी’ पीढ़ियों से है लेकिन बूढ़े-बुजुर्ग