भावनानी के भाव : भारतीय संस्कार

।।भारतीय संस्कार।। किशन सनमुखदास भावनानी भारतीय संस्कार हमारे अनमोल मोती है प्रति दिन माता पिता

भावनानी के व्यंग्यात्मक भाव : उई मां मैं तो अब मर गया

।।उई मां मैं तो अब मर गया।। किशन सनमुख़दास भावनानी बड़ी मुश्किल से ईडी, सीबीआई

भावनानी के भाव : थम जाता संसार अगर ना होती बेटियां

।।थम जाता संसार अगर ना होती बेटियां।। किशन सनमुखदास भावनानी घर की जान होती है