अखिल भारतीय कालिदास समारोह में आयोजित राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी के प्रथम सत्र में हुआ कालिदास के युग परिवेश, संस्कृति और समकालीन प्रासंगिकता पर मंथन
शैव दर्शन और प्रत्यभिज्ञा सिद्धांत के उद्देश्य हैं व्यापक और कालिदास की वाणी पर है
शैव दर्शन और प्रत्यभिज्ञा सिद्धांत के उद्देश्य हैं व्यापक और कालिदास की वाणी पर है