विश्व लिपि देवनागरी का प्रसार एवं संवर्धन तथा आचार्य विनोबा भावे के योगदान पर केंद्रित राष्ट्रीय संगोष्ठी सम्पन्न

स्वातंत्र्यचेता, मौलिक व्यक्तित्व के साथ विनोबा भावे ने किया देवनागरी लिपि के संवर्धन का कार्य-