तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर : कलकत्ता उच्च न्यायालय के विगत सोमवार के फैसले से राज्य के लगभग 26,000 शिक्षकों और शिक्षाकर्मियों ने अपनी नौकरी खो दी। इनमें जो लोग योग्य हैं और किसी भी तरह से भ्रष्टाचार से जुड़े नहीं हैं, उन शिक्षकों और शिक्षाकर्मियों की बहाली, सेवा की निरंतरता बनाए रखने और भर्ती भ्रष्टाचार में शामिल सभी व्यक्तियों की गिरफ्तारी और अनुकरणीय सजा की मांग पर वामपंथी शिक्षक संगठन निखिल बंगाल टीचर्स एसोसिएशन (एबीटीए) ने पश्चिम मेदिनीपुर जिला स्कूल निरीक्षणालय (माध्यमिक) कार्यालय में एक प्रतिनिधिमंडल दिया।
इस दिन एबीटीए की पश्चिम मेदिनीपुर जिला शाखा की पहल पर डीआई कार्यालय परिसर में शाम 4 से 5 बजे तक धरना दिया गया और डीआई को ज्ञापन दिया गया। इस कार्यक्रम का नेतृत्व जिला सचिव जगननाथ खान, जिला नेता सुशांत खान, श्यामल घोष, सोनाली सिंह दिलीप साव, सबिता मन्ना आदि ने किया।
देर शाम 12 जुलाई कमेटी की पहल पर मेदिनीपुर शहर में शिक्षक-मजदूर-कर्मचारियों का संयुक्त मार्च निकाला गया। जुलूस नगर कर्मचारी भवन से शुरू हुआ और विभिन्न मार्गों का भ्रमण करते हुए पुन: कर्मचारी भवन में आकर समाप्त हुआ। जुलूस का नेतृत्व अशोक घोष, गंगाधर बर्मन, जगन्नाथ खान, प्रितिकाना गोस्वामी व अन्य ने किया।
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