वाराणसी। पन्ना बुध ग्रह का रत्न है। बुध ग्रह वाणी, व्यापार, बहन, बुआ, मौसी आदि का कारक है। यह रत्न गहरे से हल्के हरे रंग का होता है। पन्ना मुख्यतः 5 रंगों में पाया जाता है। तोते के पंख के समान रंग वाला, पानी के रंग जैसा, सरेस के पुष्प के रंगों वाला, मयूरपंख जैसा और हलके संदुल पुष्प के समान होता है। पन्ना रत्न किसे पहनना चाहिए और किसे नहीं यह जानना भी जरूरी है, क्योंकि कुंडली की जांच किए बगैर इसे पहनने के नुकसान भी है।
किसे पन्ना धारण करना चाहिए?
1. लग्न कन्या या मिथुन है तो पन्ना रत्न धारण किया जा सकता है, लेकिन यह भी देखना जरूरी है कि लग्न में कौनसा ग्रह है या लग्न के सामने सप्तम भाव में कौन सा ग्रह है।
2. कुंडली को देखकर यदि किसी रोगी को पन्ना पहनाया जाता है तो उसके बल में वृद्धि होती है आरोग्य का सुख मिलता है।
3. मिथुन लग्न वाले यदि पन्ना धारण करे तो पारिवारिक परेशानी कम होती है।
4. कन्या लग्न यदि पन्ना धारण करे तो राज्य, व्यापार, पिता, नौकरी, शासकीय कार्यों में लाभ पा सकते हैं।
5. यदि बुध की महादशा या अंतरदशा चल रही हो और बुध 8वें या 12वें भाव में नहीं हो तो पन्ना पहनने से लाभ मिलेगा।
6. यदि बुध, मंगल, शनि, राहु या केतु के साथ स्थित हो या उस पर शत्रु ग्रहों की दृष्टि हो तो पन्ना पहना जा सकता है। इससे नौकरी व्यवसाय में रुकावट दूर होगी।
7. लाल किताब अनुसार यदि किसी घर में कोई ग्रह सोया हुआ हो तो उस घर को और उस ग्रह के प्रभाव को जाग्रत करने के लिए उस घर का रत्न धारण करें। जैसे यदि तीसरे में बुध नहीं है तो तीसरे के लिए बुध का रत्न धारण करें। इसे बुध के अच्छे प्रभाव मिलना प्रारंभ होंगे।
ज्योतिर्विद् वास्तु दैवज्ञ
पंडित मनोज कृष्ण शास्त्री
मो. 9993874848
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