गोपाष्टमी महोत्सव महाराजा अग्रसेन टेक्निकल एजुकेशन सोसाइटी ने गोपाल गौ सदन हरेवाली के साथ मिलकर गोपाष्टमी महोत्सव रोहिणी परिसर सेक्टर- 22 में बड़ी धूमधाम से मनाया गया
नई दिल्ली। महाराजा अग्रसेन टेक्निकल एजुकेशन सोसाइटी द्वारा संचालित महाराजा अग्रसेन इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट स्टडीज एंड महाराजा अग्रसेन बिजनेस स्कूल द्वारा आज गोपाल गौ सदन हरेवाली के साथ मिलकर गौ पूजन और हवन का आयोजन रोहिणी स्थित महाराजा अग्रसेन परिसर में स्थित महाराजा अग्रसेन यज्ञशाला में किया गया। इस अवसर पर सोसाइटी के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. नंदकिशोर गर्ग और दिल्ली प्रांत गौ सेवा के अधिकारियों ने गोपाल गौ सदन हरेवाली कै साथ मिलकर तथा महाराजा अग्रसेन के ट्रस्टी सदस्य तथा शिक्षकगण और छात्र-छात्राओं ने इस अवसर पर गोपाष्टमी के शुभ अवसर पर गौ पूजन और यज्ञ किया।
इस अवसर पर अपने संबोधन में समिति के प्रबंधक संस्थापक डॉ. नंदकिशोर गर्ग ने बताया कि गोपाष्टमी पर्व का महात्म्य क्या है, क्यों मनाई जाती है भारतीय संस्कृति के संस्कारों को अपने कालेजों मे शिक्षा तथा इस प्रकार के कार्यक्रमों के माध्यम से छात्र-छात्राओं के जीवन में लाना आज के इस समय में बहुत आवश्यक है। कार्तिक शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को गोपाष्टमी पर्व मनाया जाता है। इस त्योहार को मनाए जाने की परंपरा द्वापर युग से ही चली आ रही है। गोपाष्टमी पर गो माता की पूजा का महत्व है। भगवान श्रीकृष्ण ने कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा से लेकर कार्तिक शुक्ल सप्तमी तक गोवर्धन पर्वत को अपनी कनिष्ठ ऊंगली पर धारण किया था। इसके बाद आठवें दिन इंद्र देव का अहंकार खत्म हुआ और वे श्रीकृष्ण से माफी मांगने पहुंचे।
इसके बाद से ही इस दिन यानी अष्टमी तिथि पर गोपाष्टमी उत्सव मनाने की परंपरा की शुरुआत हुई। छात्र-छात्राओं को गौ माता के संरक्षण व गौ पदार्थ की बिक्री के लिए उनमें जाग्रति लाने का प्रयास किया जाए ताकि वह अपने जीवन में गौ माता के महत्व को समझें और किसी न किसी रूप से उनके संरक्षण के लिए भी आगे भावी पीढ़ियों को भी जोड़ सके। इस अवसर पर बड़ी संख्या में कॉलेज के छात्र-छात्राओं ट्रस्टी सदस्य तथा शिक्षकगण ने भाग लिया और इस अवसर पर हवन में और गौ पूजन में सभी सम्मिलित रहे।