कोलकाता। पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ सख्त कार्रवाई की अटकलें के बीच इस मामले पर जुबानी जंग तेज हो गई है। एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट लीक होने को लेकर महुआ ने ट्वीट किया। एक ट्वीट में उन्होंने एथिक्स कमेटी को ‘अनैतिक’ करार देते हुए लिखा कि रिपोर्ट समिति में पेश किए जाने से पहले सार्वजनिक हो गई। ठीक वैसे ही जैसे किसी और ने लोकपाल से संबंधित फैसले की जानकारी सार्वजनिक की थी।”
प्रदेश अध्यक्ष और कांग्रेस सांसद अधीर चौधरी ने भी महुआ के खिलाफ कार्रवाई पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि अगर आप सरकार के खिलाफ बोलते हैं तो संसद में आपका गला घोंटने की कोशिश की जाती है, सांसद पद बर्खास्त कर दिया जाता है। इसी तरह राहुल गांधी को भी सांसद पद से बर्खास्त कर दिया गया।” अधीर रंजन ने भी इसे ‘बदले की राजनीति’ करार दिया।
दूसरी तरफ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और बालुरघाट के सांसद सुकांत मजूमदार ने कहा कि महुआ मोइत्रा के खिलाफ ऐसी कार्रवाई होनी ही थी। तृणमूल सांसद ने ‘मित्र’ के रूप में दर्शन हीरानंदानी को लोकसभा सचिवालय का यूजर आईडी और पासवर्ड देने की बात स्वीकार की।
इस संबंध में सुकांत मजूमदार ने कहा कि इस तरह यूजर आईडी और पासवर्ड किसी को नहीं दिया जा सकता।” हालांकि, सुकांत ने आचार समिति की बैठक में पेश होने से पहले रिपोर्ट कैसे सामने आई इस बारे में अनभिज्ञता प्रकट की।