वाराणसी। 28 अक्तूबर को इस साल का आखिरी चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। वैसे तो चंद्र ग्रहण एक भौगोलिक घटना है, लेकिन ज्योतिष शास्त्र में इसे शुभ नहीं माना जाता है। पौराणिक मान्यता है कि पूर्णिमा की रात जब राहु और केतु चंद्रमा को निगलने की कोशिश करते हैं, तब चंद्रमा पर ग्रहण लगता है। वहीं चंद्र ग्रहण से कुछ घंटे पहले सूतक काल लग जाता है। ज्योतिष के नजरिए से सूतक काल को भी अच्छा समय नहीं माना जाता है। ग्रहण का सूतक काल लगते ही किसी भी प्रकार के धार्मिक अनुष्ठान, मंदिर छूने या खाने-पीने पर रोक लग जाती है। साथ ही इस दौरान घर से बाहर निकलना और ग्रहण को देखना भी अच्छा नहीं माना जाता है, क्योंकि इस दौरान प्रकृति में विचित्र सी शक्ति उत्पन्न होती है, जो कि सभी प्राणियों पर नकारात्मक प्रभाव डालती है। ऐसे में चलिए जानते हैं साल के आखिरी चंद्र ग्रहण से जुड़ी सभी जरूरी बातें…
1- कब लग रहा साल का आखिरी चंद्र ग्रहण?
साल 2023 का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण 28 अक्तूबर 2023 को लगने जा रहा है।
2- भारत में कितने बजे लगेगा?
यह चंद्र ग्रहण रात 01 बजकर 06 मिनट पर शुरू होगा और 02 बजकर 22 मिनट पर समाप्त हो जाएगा। भारत में इस ग्रहण की कुल अवधि 1 घंटे 16 मिनट की होगी।
3- क्या भारत में भी दिखाई देगा साल का आखिरी चंद्र ग्रहण?
इस बार साल का आखिरी चंद्र ग्रहण भारत में भी दिखाई देगा। इसके पहले साल 2023 का पहला चंद्र ग्रहण 5 मई को वैशाख पूर्णिमा वाले दिन लगा था। यह चंद्र ग्रहण दुनिया भर के कई हिस्सों में देखा गया, लेकिन भारत में यह ग्रहण दिखाई नहीं दिया था।
4- कहां-कहां देखा जा सकेगा साल का आखिरी चंद्र ग्रहण?
साल के अंतिम चंद्र ग्रहण को भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया, यूरोप, उत्तरी अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका, एशिया, हिंद महासागर, अटलांटिक, दक्षिणी प्रशांत महासागर, आर्कटिक और अंटार्कटिका में देखा जा सकेगा।
5- कब शुरू होगा साल के आखिरी चंद्र ग्रहण का सूतक काल?
चंद्र ग्रहण लगने के 9 घंटे पहले ही सूतक लग जाता है। इस बार साल के दूसरे चंद्र ग्रहण का सूतक 28 अक्तूबर की दोपहर 2 बजकर 52 मिनट से शुरू हो जाएगा।
6- भारत में कहां-कहां दिखाई देगा आखिरी चंद्र ग्रहण?
जानकारों के अनुसार साल 2023 का आखिरी चंद्र ग्रहण भारत के सभी राज्यों में दिखाई देगा।
7- चंद्र ग्रहण के दौरान क्या करें?
ग्रहण के दौरान नकारात्मकता काफी बढ़ जाती है। ऐसे में नकारात्मक प्रभावों से बचने के लिए भगवान का नाम जपना चाहिए। साथ ही भगवान के मंत्रों का जाप करना चाहिए। इस दौरान पके हुए भोजन में तुलसी के पत्ते रख देने चाहिए।
8- चंद्र ग्रहण के दौरान क्या नहीं करें?
चंद्र ग्रहण के दौरान भोजन नहीं करना चाहिए। सिलाई बुनाई का काम नहीं करना चाहिए। इस दौरान पूजा-पाठ नहीं करना चाहिए। घर में बैठकर आप भगवान के मंत्रों का जाप भी कर सकते हैं। गर्भवती महिलाओं को इस दौरान घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए।
9- क्यों लगता है चंद्र ग्रहण?
सूर्य के चारों तरफ पृथ्वी घूमती है और चंद्रमा पृथ्वी का चक्कर लगाता है। इस प्रक्रिया में एक ऐसा समय आता है जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य एक ही सीध में आ जाते हैं और सूर्य का प्रकाश पृथ्वी पर पड़ता है, लेकिन चंद्रमा तक नहीं पहुंच पाता है। इस घटना को खगोलीय घटना के रूप में चंद्रग्रहण कहा जाता है।
10- चंद्र ग्रहण समाप्त होने के बाद क्या करें?
चंद्र ग्रहण समाप्त होने के बाद सबसे पहले स्नान करें और पूरे घर पर गंगाजल का छिड़काव करें। ग्रहण समाप्त होने के बाद पूजा करें। साथ ही चंद्र ग्रहण समाप्त होने के बाद दान जरूर करना चाहिए। इससे ग्रहण के दुष्प्रभाव दूर हो जाते हैं।
ज्योर्तिविद वास्तु दैवज्ञ
पंडित मनोज कृष्ण शास्त्री
मो. 9993874848