कोलकाता। भारत जैन महामंडल लेडिज विंग कोलकाता शाखा द्वारा सात अक्टूबर 2023 में विषय ‘नारीशक्ति वंदन अधिनियम के परिपेक्ष्य में राष्ट्र निर्माण मे महिलाओं की भूमिका’ पर भारतीय भाषा परिषद के सभागार में एक विशेष परिचर्चा का आयोजन किया गया। संस्थापक सलाहकार सरोज भंसाली और अंजू सेठिया ने कार्यक्रम की शुरुआत की। अध्यक्ष चंदा गोलछा ने सबका स्वागत किया। काफी महिलाओं ने अपने अपने विचार प्रकट किए।
नवकार मंत्र कल्पना बाफना ममता पीचा, कविता सीमा बैद, उषा बैद, जास्मिन, प्रमिला नाहर, निर्मला बागरेचा, सुनिता सेठिया, पल्लवी सेठिया, रेशम दुग्गड़ आदि ने विचार रखे। सरोज भंसाली ने आत्म साक्षात्कार पर गीत प्रस्तुति की। शब्दाक्षर की राष्ट्रीय मंत्री अनामिका सिंह ने महिलाओं की स्थिति पर अपने विचार व्यक्त किया। शिक्षिका, रचनाकार, कवयित्री रीमा पांडेय ने बेटियों पर आधारित स्वरचित गजल की मनमोहक प्रस्तुति दी। सुषमा छाजेड़ ने मुक्ता नैन का परिचय दिया।
आज के कार्यक्रम के मुख्य वक्ता बिड़ला स्कूल डायरेक्टर मुक्ता नैन, भवानीपुर कालेज प्रोफेसर डॉ. वसुंधरा मिश्र, छपते छपते अखबार और ताजा टीवी डायरेक्टर वरिष्ठ पत्रकार विश्वंभर नेवर रहे। मुक्त नैन ने स्त्री महिलाओं की समस्याओं और राजनीति में 33% की भागीदारी को सार्थक बताया। बंगाल में भी महिलाओं के लिए शौचालय और नर्सिग की व्यवस्था करने का विचार आरक्षण का ही परिणाम है। डॉ. वसुंधरा मिश्र ने अपने वक्तव्य में स्त्रियों की प्रतिभा पर विशेष ध्यान देने को कहा। आरक्षण अभी दूर है। जाति जनगणना के आधार पर अभी उसमें समय लगेगा। स्त्रियां शुरू से ही समाज की स्तंभ रही हैं।
विशंभर नेवर ने अपने वक्तव्य द्वारा महिलाओं को संबोधित करते हुए 33 प्रतिशत की भागीदारी के साथ सरकार और राजनीति पर विशेष वक्तव्य दिया जो महिलाओं के लिए प्रेरणादायी रहा। महिलाओं को अंधविश्वास को छोड़ना होगा और अपने महिला संगठन को प्रमुख धारा में आना होगा। महिला आरक्षण सभी महिलाओं को आगे बढ़ने का अवसर देगी। राजनीति में महिला एक स्वस्थ वातावरण देने में सक्षम है। सुषमा छाजेड़ ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। भारत जैन महामंडल की अंजू सेठिया ने कार्यक्रम संचालन और धन्यवाद ज्ञापन दिया। कार्यक्रम के पश्चात चाय नाश्ते का सुंदर प्रबंध किया गया।