कोलकाता। पश्चिम बंगाल के शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार की तरह नगर पालिकाओं की नियुक्ति भी कम बड़ा भ्रष्टाचार नहीं है। ममता कैबिनेट में मंत्री रथिन घोष से एक दिन पहले ईडी के अधिकारियों ने 19 घंटे तक पूछताछ की है। रात 12:00 बजे के बाद ईडी अधिकारी उनके घर से बाहर निकले हैं। शुक्रवार को ईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी में नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया कि शिक्षक नियुक्ति की तरह ही नगर पालिकाओं की नियुक्ति में भी बड़े पैमाने पर धनराशि की वसूली हुई है।
पता चला है कि नगर पालिकाओं में नियुक्ति के लिए विभिन्न पदों के लिए रेट चार्ट भी बनाया गया था। ईडी सूत्रों के मुताबिक, नौकरियां विभिन्न नगर पालिकाओं में चार से सात लाख रुपये की दर से बेची गईं।
टाइपिस्ट की नौकरी की दरें सात लाख इनमें नगरपालिका कर्मचारी, कार चालक, क्लीनर, नगरपालिका समूह डी जैसी नौकरियों की कीमत न्यूनतम चार लाख रुपये थी। ग्रुप सी की नौकरियों की कीमत न्यूनतम सात लाख रुपये रखी गई थी। नगर निगम टाइपिस्ट की नौकरी की दर सात लाख रुपये से शुरू होती है। इस मामले की जांच में और अधिक जानकारी सामने आ सकती है।