कोलकाता। पश्चिम बंगाल में 100 दिनों की रोजगार गारंटी योजना का फंड केंद्र की ओर से कथित तौर पर रोक दिए जाने के खिलाफ दिल्ली में होने वाले तृणमूल कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन के लिए 50 लाख रुपये का ट्रेन बुक किया गया था। रेलवे के एक अधिकारी ने शनिवार को इस बारे में जानकारी दी है। बताया गया है कि सिक्योरिटी डिपॉजिट के तौर पर तृणमूल कांग्रेस ने 11 लाख रुपये जमा भी करवा दिए थे लेकिन ऐन मौके पर ट्रेन नहीं उपलब्ध होने की जानकारी मिलने के बाद ही बस भाड़ा करना पड़ा और बंगाल से मनरेगा मजदूरों को दिल्ली ले जाया जा रहा है।
रेलवे के एक अधिकारी ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया है कि राजनीतिक दल विशेष ट्रेनों को किराया पर लेते रहे हैं। नियम अनुसार एक सप्ताह पहले आवेदन करना पड़ता है। उसी नियम से 23 सितंबर को तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद शुभाशीष चक्रवर्ती ने आईआरसीटीसी के जनरल मैनेजर को पत्र लिखकर 30 सितंबर यानी आज सुबह हावड़ा से नई दिल्ली के लिए विशेष ट्रेन का अनुरोध किया था। उन्होंने कम से कम 20 स्लीपर कोच और खाने-पीने की अच्छी व्यवस्था का आवेदन किया था।
वापसी में तीन अक्टूबर को शाम के बाद नई दिल्ली से हावड़ा के लिए एक और विशेष ट्रेन का आवेदन किया गया था। उसके बाद 25 सितंबर को आईआरसीटीसी की ओर से जवाबी पत्र देकर बताया गया था की ट्रेन में 20 स्लीपर कोच तो होंगे लेकिन उसमें एक एसएलआर बोगी भी जोड़ा जाएगा। 50 लाख रुपये किराया की जानकारी दी गई थी और 11 लाख रुपये सिक्योरिटी डिपॉजिट के लिए कहा गया था।
पार्क स्ट्रीट के आईडीबीआई बैंक में आईआरसीटीसी का अकाउंट है जिसमें तृणमूल कांग्रेस की ओर से किराए का भुगतान भी कर दिया गया था। लेकिन एक दिन पहले शुक्रवार शाम बता दिया गया कि ट्रेन उपलब्ध नहीं है। इसके बाद शनिवार सुबह विशेष बसों से कम से कम दो से ढाई हजार मजदूरों को लेकर तृणमूल कांग्रेस के नेता दिल्ली रवाना हो रहे हैं।