कोलकाता। साहित्य अकादेमी द्वारा श्री शिक्षायतन कॉलेज, कोलकाता के संयुक्त तत्वावधान में कॉलेज परिसर में दो-दिवसीय पुस्तक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। प्रदर्शनी का उद्घाटन प्रतिष्ठित विद्वान शमीक बंद्योपाध्याय ने किया। इस अवसर पर अकादेमी की ‘साहित्य मंच’ कार्यक्रम शृंखला के अंतर्गत “प्राचीन भारतीय कालजयी साहित्य एवं ज्ञान प्रणालियाँ” विषय पर विचार-विमर्श का आयोजन भी किया गया।
जिसमें अजंता पॉल, जयदीप षड़ंगी, सहेली दास सरकार, शमीक बंद्योपाध्याय, शंभुनाथ एवं सुमित चक्रवर्ती ने विषय से जुड़े विभिन्न पक्षों पर अपने विचार प्रस्तुत किए। कॉलेज की प्रधानाचार्या अदिति दे ने सभी वक्ताओं का परिचय प्रस्तुत करते हुए औपचारिक स्वागत किया।
अकादेमी के क्षेत्रीय सचिव देवेंद्र कुमार देवेश ने अकादेमी की गतिविधियों पर प्रकाश डालते हुए संवेदना, साहित्य और सह-अस्तित्व से जुड़ी अवधारणा पर चर्चा की। मालिनी मुखर्जी ने विषय की प्रस्तावना रखी। कार्यक्रम के अंत में अंग्रेजी विभागाध्यक्ष देवनीता चक्रवर्ती ने औपचारिक धन्यवाद ज्ञापन किया।