जयपुर। भाजपा नेतृत्व ने केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल को सार्वजनिक रूप से “भ्रष्ट” नेता कहने पर पार्टी विधायक और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल को नोटिस भेजा है। प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी के निर्देश पर प्रदेश अनुशासन समिति ने शाहपुरा (भीलवाड़ा) विधायक को कारण बताओ नोटिस जारी कर दस दिन में जवाब मांगा है। नोटिस में लिखा है, “इस तरह के बयान से आपने बीजेपी की प्रतिष्ठा को धूमिल किया है। यह पार्टी के संविधान के अनुसार अनुशासन उल्लंघन की परिभाषा के तहत आता है।”
मेघवाल ने केंद्रीय मंत्री को “भ्रष्ट नंबर एक” कहा था, उन्होंने कहा था कि वह पीएम मोदी को पत्र लिखकर उन्हें कैबिनेट से निष्कासित करने की मांग करेंगे।उन्होंने कांग्रेस के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को बेहतर मुख्यमंत्री तक बता दिया। मेघवाल की नाराजगी के पीछे जाहिर तौर पर इस बार शाहपुरा से टिकट कटने की आशंका है।
उन्होंने यह बयान सोमवार को शाहपुर के कोठिया गांव में मंसूरी समाज के एक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत करते हुए दिया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तारीफों के पुल बांधने से उनके जल्द ही कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई हैं।