कोलकाता। जनजातीय समुदाय की जमीनें जबरदस्ती छीनने का आरोप लगाकर सैकड़ो लोग एक बार फिर सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर गए हैं। घटना बांकुड़ा की है। घटना के विरोध में जनजातीय एकता मंच ने बांकुड़ा रानीबांध राज्य राजमार्ग को राजापाड़ा और खरबनमोर में दो स्थानों पर जाम कर विरोध प्रदर्शन किया। इस घटना में कुछ स्थानीय तृणमूल नेताओं पर आरोप लगे हैं। जनजातीय एकता मंच ने आरोपित तृणमूल नेताओं की गिरफ्तारी तक नाकाबंदी जारी रखने की धमकी दी है।
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, बांकुड़ा के खतरा ब्लॉक में कूनाशोल के पास जमीन का एक टुकड़ा काफी समय से जनजातीय समुदाय के कब्जे में है। कथित तौर पर रविवार को कुछ स्थानीय तृणमूल नेताओं ने जनजातियों का जमीन से कब्जा हटाने की कोशिश की। आरोप है कि जब कुछ स्थानीय जनजाति युवाओं ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो उनके साथ जमकर दुर्व्यवहार किया गया। मामले की जानकारी होते ही जनजातीय एकता मंच मैदान में उतर आया है।
सोमवार की सुबह मंच के कार्यकर्ता व समर्थक आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर खरबनमोर व राजापाड़ा चौराहे के पास जमा हो गये और राज्य सड़क को जाम करने लगे। खबर लिखे जाने तक अवरोध जारी था। घटनास्थल पर पुलिस मौजूद है और आंदोलनकारियों को समझीने का प्रयास हो रहा है।