नयी दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने जंतर-मंतर पर एक महापंचायत को बीच में ही रोक दिया। बीते महीने हुई नूंह हिसा को लेकर कई हिंदूवादी संगठनों की ओर से बुलाई गई इस महापंचायत में ‘भड़काऊ भाषण ’ दिए जा रहे थे, जिसे देखते हुए पुलिस ने इसे बीच में ही रोक दिया। डासना मंदिर के महंत स्वामी यति नरसिंहानंद सरस्वती ने मंच पर भाषण देते हुए कहा ” वर्तमान में जिस तरह के हालात बन रहे हैं। अगर यही हालात जारी रहे तो साल 2029 में देश का प्रधानमंत्री एक मुस्लिम होगा।”
“हिंदू कुछ बोले तो एफआईआर कर दी जाती है, उनकी हत्या कर दी जाती है। इसलिए वो समय की मांग को देखते हुए इसके ख़िलाफ आवाज़ उठाने को मजबूर हो गए।” ‘हिंदू सेना’ के प्रमुख विष्णु गुप्ता ने अपने भाषण में हरियाणा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “राज्य सरकार ने हिंसा क्यों नहीं रोकी और वह उन अपराधियों को क्यों मिटाने में फेल हो रहे हैं, जिन्होंने शहर को साइबर अपराध का केंद्र बना दिया है।”
नई दिल्ली के एडिशनल डीसीपी हेमंत तिवारी ने कहा कि आयोजकों से कहा गया है कि वे महापंचायत के दौरान किसी भी समुदाय का नाम न लें या नफ़रत फैलाने वाला भाषण न दें। इसके बावजूद ऐसे भाषण दिए जा रहे थे, जिसके कारण कार्यक्रम बीच में रोकना पड़ा। “मामले की जांच की जा रही है और क़ानून के मुताबिक फैसला लिया जाए।”