कोलकाता। पश्चिम बंगाल में एक दलित युवक को सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के दफ्तर में ले जाकर मारने पीटने के बाद उसके चेहरे पर पेशाब करने की विभक्त घटना सामने आई है। इसे लेकर पश्चिम मेदिनीपुर के पुलिस अधीक्षक के पास लिखित शिकायत दर्ज कराई गई है। इस मामले में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की चुप्पी पर भाजपा ने सवाल खड़ा किया है। पार्टी की आईटी सेल के प्रमुख और उत्तर बंगाल के प्रभारी अमित मालवीय ने ट्विटर पर लिखा है, “पश्चिम मेदिनीपुर के गढ़बेता विधानसभा अंतर्गत खूनबेरिया गांव के रहने वाले वरुण रुइदास एक दलित हैं।
पंचायत चुनाव संपन्न हो जाने के बाद ममता बनर्जी के गुंडे (सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता) उन्हें घर से उठाकर पार्टी दफ्तर में ले गए। उन्हें बेरहमी से पीटा और उनके चेहरे पर पेशाब कर दिया।
उनका कसूर बस इतना था कि वह स्थानीय 75 नंबर बूथ पर भारतीय जनता पार्टी के पोलिंग एजेंट थे। इस अमानवीय कृत्य पर ममता बनर्जी की चुप्पी और पूरे मामले को दबाने में उनके प्रशासन की मिलीभगत भयावह है। यह सिर्फ राजनीतिक हिंसा नहीं है बल्कि जातीय अत्याचार है जो अपने आप में घृणित है।