कोलकाताः पश्चिम बंगाल में करोड़ों रुपये के स्कूल भर्ती घोटाले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारी राज्य तृणमूल युवा कांग्रेस अध्यक्ष सयोनी घोष (Sayoni Ghosh) और उनके परिवार के सदस्यों के बैंक खातों और संपत्ति के विवरण के संबंध में उनके द्वारा भेजे गए दस्तावेजों से संतुष्ट नहीं हैं। सूत्रों ने कहा कि अभिनेत्री से नेता बनीं घोष को संबंधित दस्तावेजों के साथ 5 जुलाई को कोलकाता के उत्तरी बाहरी इलाके में ईडी के साल्ट लेक कार्यालय में उपस्थित होना था। लेकिन व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने के बजाय, उन्होंने केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों को अंतिम समय में एक संदेश भेजा जिसमें उपस्थित होने में असमर्थता व्यक्त की गई और अपने वकील के माध्यम से दस्तावेजों का एक सेट मांगा गया।
सूत्रों की माने को केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों ने दस्तावेजों की दोबारा जांच करने पर पाया कि घोष से उनके द्वारा मांगे गए कुछ अहम दस्तावेज गायब है। दरअसल इस संबंध में गायब हुए प्रमुख दस्तावेजों में से एक उनकी मां के नाम पर पंजीकृत आवासीय फ्लैट से संबंधित है। सूत्र ने कहा, इसके अलावा, एक विशेष भूखंड से संबंधित बिक्री दस्तावेज भी उनके द्वारा जमा नहीं किए गए हैं।
केंद्रीय एजेंसी के जांच अधिकारियों का मानना है कि जब तक ये दस्तावेज उपलब्ध नहीं होंगे, उन्हें फंड लेनदेन के स्रोतों और गंतव्यों की स्पष्ट तस्वीर नहीं मिल पाएगी। घोष (Sayoni Ghosh) ने बुधवार को पूछताछ के लिए उपस्थित होने में असमर्थता व्यक्त करते हुए केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों को सूचित किया कि वह 11 जुलाई को आगामी पंचायत चुनाव की मतगणना होने के बाद किसी भी वक्त उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है।
इससे पहले, 30 जून को स्कूल भर्ती मामले में 11 घंटे की मैराथन पूछताछ के बाद घोष (Sayoni Ghosh) ने दावा किया था कि केंद्रीय एजेंसी जब भी उन्हें बुलाएगी, वह पूछताछ के लिए ईडी दफ्तर पहुंच जाएंगी। घोष ने कहा था ” जब जब मुझे बुलाया जाएगा मैं हर बार पेश होऊंगी। मुझसे आज 11 घंटे तक पूछताछ की गई है। भविष्य में अगर मुझसे 24 घंटे तक पूछताछ की जाएगी तो भी मैं उसका सामना करने के लिए तैयार हूं।”