पटना। महाराष्ट्र में सियासी उठा-पटक के बाद बिहार में भी ऐसे हालात होने के कयास लगाए जा रहे हैं। हालांकि इन कयासों में राजनेताओं की सिर्फ कोरी बयानबाज़ियां हैं। हिंदी अखबार ‘दैनिक भास्कर’ के मुताबिक, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधायकों-पार्षदों से मुलाकात की थी और अब सांसदों को भी मिलने के लिए बुलाया है। वहीं, बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने दावा किया है कि नीतीश को पार्टी में टूट का डर है जिसकी वजह से वो अपनों को मनाने में लगे हैं।
उधर, एलजेपी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने दावा किया है कि सत्ता पक्ष के कई विधायक उनके संपर्क में हैं। उनके चाचा और केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस का भी दावा है कि बिहार में एक-दो दिन में बड़ा राजनीतिक भूचाल आने वाला है और महाराष्ट्र का क़िस्सा दोहराया जाएगा।
इन सारी बयानबाज़ियों के बीच जनता दल (यूनाइटेड) ने ट्विटर पर तंज़ कसा है कि अगर महाराष्ट्र का क़िस्सा दोहराया जाएगा तो इसका मतलब ये हुआ कि बिहार के नेता विपक्ष और बीजेपी विधायक महागठबंधन में शामिल होने जा रहे हैं।