कोलकाता। पश्चिम बंगाल में राज्य सरकार और राज्यपाल के बीच तनातनी लगातार जारी है। चुनावी हिंसा को लेकर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी वी आनंद बोस ने बंगाल कई इलाकों का दौरा किया। वहीं अब पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी वी आनंद बोस ने राज्य निर्वाचन आयुक्त राजीव सिन्हा को एक सीलबंद लिफाफा भेजा है, जिसमें कुछ संवेदनशील दस्तावेज
हैं। एक अधिकारी ने बुधवार को बताया कि राजीव सिन्हा राजभवन में राज्यपाल से मिलने नहीं आए इसलिए उनको लिफाफा भेजा गया है। आगे उन्होंने बताया कि राजीव सिन्हा ने अपनी तरफ से तर्क दिया कि वह चुनाव कार्य में बहुत व्यस्त हैं इसलिए राज्यपाल से मिलने के लिए राजभवन नहीं जा पाएंगे।
अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि राज्यपाल ने एसईसी को चुनावी हिंसा की हालिया घटनाओं पर चर्चा करने के लिए राजभवन आने के लिए कहा था। लेकिन राजीव सिन्हा ने यह कहते हुए उनसे मुलाकात नहीं की, कि वह चुनाव कार्य में व्यस्त हैं। इसके बाद राज्यपाल ने एक सीलबंद लिफाफा भेजा, जिसमें संवेदनशील दस्तावेज हैं हालांकि अधिकारी ने दस्तावेजों में क्या है इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी।
पश्चिम बंगाल में एक ही चरण में आठ जुलाई को ग्रामीण इलाकों में मतदान होगा। तारीखों के एलान के बाद से ही राज्य में आचार सहिंता लागू हो गई थी। 15 जून को नामांकन का अंतिम दिन था। आठ जुलाई को हुए मतदान के नतीजा का एलान 11 जुलाई को किया जाएगा। जिला परिषद, पंचायत समिति और ग्राम पंचायत चुनाव में लगभग 74 हजार उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, जिनका फैसला राज्य के पांच करोड़ मतदाताओं के हाथों में है।