तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर। पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत मेदिनीपुर के सूफी कवि जलालुद्दीन रूमी का रुबाई संग्रह “नाचो आमार बुके” का शहर के मिर्जाबाजार में आयोजित गृह समारोह में विधिवत रूप से लोकार्पण हुआ। पुस्तक का बांग्ला में अनुवाद तौफीक हुसैन द्वारा किया गया। यह पुस्तक लोकप्रिय लेखक और अनुवादक शैबाल नंदा और कवि कमरुज्जमां द्वारा संयुक्त रूप से प्रकाशित की गई है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कवि तपन गांगुली ने की। मुख्य अतिथि के रूप में प्रख्यात संगीत गुरु रथिन दास उपस्थित थे। अनुवादक तौफीक हुसैन ने पुस्तक के बारे में प्रस्तावना दी। कवि कमरुज्जमां, कवि तपन गांगुली, कवि गौतम महतो, लेखक अतनु मित्रा और संतू रॉय ने किताबों, रूमी, अनुवाद और प्रासंगिक मुद्दों पर चर्चा की।
कवि अमीर हमज़ा द्वारा कविताएँ पढ़ी गईं। कलाकार इवाना काज़ी और काज़ी हार्दिक हुसैन द्वारा गीत और कविताएँ प्रस्तुत की गई। रथिन दास ने संगीत प्रस्तुत किया। इस अवसर पर निज़ाम अली खान, अकबर अली शाह, शेख मुश्ताक, चंदना बेगम, नवीना खातून समेत कई लोग मौजूद थे।