कोलकाता। पश्चिम बंगाल में करोड़ों रुपये के कथित स्कूल भर्ती घोटाले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को एक वॉयस-रिकॉर्डिग मिली है, जिसमें आरोपी सुजय कृष्ण भद्र को राहुल बेरा नाम के एक नागरिक स्वयंसेवक को उसके दो मोबाइल फोन से मामले से संबंधित सभी डेटा डिलीट करने का निर्देश देते हुए सुना जा सकता है। सूत्रों ने कहा कि केंद्रीय एजेंसी ने पहले ही भद्रा की रिकॉर्डिग से मिलान करने के लिए आवाज के नमूने के परीक्षण के लिए आवश्यक कदम शुरू कर दिए हैं।
मामले में एक महत्वपूर्ण सुनवाई 28 जून को विशेष पीएमएलए अदालत में होनी है और उम्मीद है कि ईडी के वकील उस दिन इस संबंध में अदालत में दलीलें पेश करेंगे। इस संबंध में बेरा से ईडी पहले ही कई बार पूछताछ कर चुकी है और बेरा ने कथित तौर पर भद्रा के निर्देशों के बाद मोबाइल फोन से डेटा हटाने की बात स्वीकार की थी।
उन्होंने केंद्रीय एजेंसी को स्कूल भर्ती मामले के संबंध में मांगी गई जानकारी पर पूर्ण सहयोग का आश्वासन भी दिया था। पूछताछ के दौरान ईडी ने बेरा के बयान भी दर्ज किए हैं। सूत्रों ने कहा कि बेरा मामले के संबंध में भद्रा और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के एक प्रभावशाली नेता के बीच एक कड़ी के रूप में काम करते थे। ईडी को अब तक भद्रा से जुड़ी छह कंपनियों का पता चला है।
ईडी इस बात का अंदाजा लगाने की कोशिश कर रही है कि इन कॉर्पोरेट संस्थाओं के माध्यम से अपराध से प्राप्त आय की कितनी मात्रा को डायवर्ट किया गया था। हाल ही में, ईडी को कोलकाता के एक व्यवसायी द्वारा लगभग 6 करोड़ रुपये के बाजार मूल्य वाला एक बंगला बांग्लार बॉन्डू नामक ट्रस्ट को दान करने के बारे में भी कुछ महत्वपूर्ण सुराग मिले थे, जिसका नियंत्रण भद्रा द्वारा किया जाता था।