नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क में आईआईएम काशीपुर देश के टॉप 20 मैनेजमेंट संस्थानों में शामिल

* संस्थान में सीखने और सिखाने की गुणवत्ता में सुधार करने के साथ रिसर्च को भी और बेहतर बनाने का प्रयास
* आने वाले वर्षों में देश के शीर्ष 5 प्रबंधन संस्थानों में शामिल होने का लक्ष्य

काशीपुर। प्रमुख भारतीय प्रबंधन संस्थान, आईआईएम काशीपुर ने शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ)-2023 रैंकिंग में देश के टॉप 50 प्रबंधन संस्थानों/कॉलेजों में 19वीं रैंक हासिल की है। आईआईएम काशीपुर अन्य आईआईएम को पीछे छोड़ते हुए एनआईआरएफ-एआरआईआईए (अटल रैंकिंग ऑफ इंस्टीट्यूशंस ऑन इनोवेशन अचीवमेंट्स) को शेंट में शीर्ष 50 में स्थान प्राप्त करने वाला एकमात्र आईआईएम बन गया है। देश के अन्य संस्थानों में शीर्ष स्थान पर भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम), अहमदाबाद का कब्जा था। आईआईएम, बैंगलोर दूसरे स्थान पर था, उसके बाद आईआईएम, कोझिकोड तीसरे स्थान पर रहा। 2023 में 8,600 से अधिक कॉलेजों ने नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएम) में भाग लिया।

आईआईएम काशीपुर की डीन ऑफ एकेडमिक्स प्रोफेसर माला श्रीवास्तव ने इस उपलब्धि पर टिप्पणी करते हुए कहा, ‘‘हम संस्थान में सीखने और सिखाने की गुणवत्ता में सुधार करने के साथ रिसर्च को भी और बेहतर बनाने का प्रयास कर रहे हैं। एनआईआरएफ रैंकिंग में हम 33वें स्थान से बढ़कर 2023 में 19वें स्थान पर आ गए हैं। मुझे विश्वास है कि संस्थान आने वाले वर्षों में सभी मापदंडों पर बेहतर प्रदर्शन करना जारी रखेगा क्योंकि यह भारत के शीर्ष 10 प्रबंधन संस्थानों में स्थान पाने के के लिए प्रतिबद्ध है। हम इस उपलब्धि का श्रेय टीचिंग, प्लेसमेंट और रिसर्च आदि के संबंध में संस्थान की बेहतर धारणा को देते हैं।’

एनआईआरएफ 2023 रैंकिंग के लिए पांच व्यापक सामान्य समूहों के मापदंडों पर संस्थानों का मूल्यांकन किया जाता है। ये मापदंड हैं- टीचिंग, लर्निंग और रिसोर्सेज, रिसर्च और प्रोफेशनल प्रेक्टिस, ग्रेजुएशन के परीक्षा परिणाम, आउटरीच और इन्क्लूसिविटी और पर्सेप्शन। पिछले महीने आईआईएम काशीपुर ने अपने दो साल के एमबीए (2021-2023 बैच), एमबीए एनालिटिक्स, एक्जीक्यूटिव एमबीए और डॉक्टरेट छात्रों के लिए कैंपस में 10वां दीक्षांत समारोह आयोजित किया था। संस्थान ने कुल 353 छात्रों को डिग्री प्रदान की, जिनमें 9 डॉक्टरेट विद्वान और 344 एमबीए स्नातक (260 दो वर्षीय एमबीए छात्र, 58 एमबीए (एनालिटिक्स) छात्र, और 26 एक्जीक्यूटिव एमबीए छात्र) शामिल हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

2 × two =