कोलकाता। पश्चिम बंगाल पर्यावरण विभाग औद्योगिक प्रदूषण को मापने और उससे निपटने के लिए रात में ड्रोन तैनात करेगा। पर्यावरण मंत्री मानस भुनिया ने एक कार्यक्रम से इतर बोलते हुए कहा कि ड्रोन में किसी क्षेत्र की वास्तविक समय की वायु गुणवत्ता को मापने के लिए सेंसर लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा, “शुरुआत में ड्रोन पीएम 10 और पीएम 2.5 के स्तर और तापमान को मापेंगे।
सल्फर डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड और आर्द्रता को मापने के लिए सेंसर को आवश्यकता पड़ने पर जोड़ा जा सकता है।” ड्रोन द्वारा एकत्र किए गए रीयल-टाइम डेटा को पश्चिम बंगाल प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (डब्ल्यूबीपीसीबी) के एकीकृत कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) को प्रेषित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि कोलकाता, हावड़ा, बैरकपुर, हल्दिया, आसनसोल और दुर्गापुर में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए यह कदम उठाने की जरूरत है। उन्होंने कहा, “हमारे पास जानकारी है कि इन छह शहरों में कई औद्योगिक इकाइयां शाम होते ही डब्ल्यूबीपीसीबी की निगरानी से बचने के लिए अपने प्रदूषण ट्रैकिंग उपकरणों को बंद कर देती हैं। ड्रोन इसका ध्यान
रखेंगे।”