नयी दिल्ली। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 7 जून से द ओवल के मैदान पर विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) का फाइनल मुकाबला खेला जाना है। भारतीय टीम लगातार दूसरी बार विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंची है। उसे पिछली बार 2021 में खिताबी मुकाबले में न्यूजीलैंड के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था। रोहित शर्मा की अगुवाई में टीम इंडिया ने टेस्ट चैंपियनशिप के 2021-23 सीजन में शानदार प्रदर्शन किया। वह ऑस्ट्रेलिया के बाद अंक तालिका में दूसरे स्थान पर रही। ऐसे में रोहित शर्मा के पास 2011 से चले आ रही आईसीसी ट्रॉफी के सूखे को खत्म करने का अच्छा मौका है।
ओवल में ऑस्ट्रेलाई टीम का रिकॉर्ड अच्छा नहीं
दूसरी ओर ऑस्ट्रेलाई टीम की नजर भी इस ट्रॉफी पर है। ओवल मैदान पर दोनों टीमों का जीत का रिकॉर्ड ज्यादा अच्छा नहीं रहा है। कंगारू टीम को इंग्लैंड का यह मैदान बिल्कुल भी रास नहीं आता है। ऑस्ट्रेलिया ने इस ग्राउंड पर टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में अब तक कुल 38 मैच खेले हैं, जिसमें से टीम को सिर्फ 7 में जीत नसीब हुई है, जबकि 17 मैचों में कंगारू टीम औंधे मुंह गिरी है। वहीं, ऑस्ट्रेलिया ने इस मैदान पर 17 मैच जैसे-तैसे ड्रॉ कराए हैं।
ऑस्ट्रेलिया को ओवल के मैदान पर टेस्ट क्रिकेट में आखिरी जीत साल 2015 में नसीब हुई थी। यानी पिछले आठ साल में कंगारू टीम इस ग्राउंड पर एक भी जीत नहीं दर्ज कर सकी है। यानी कुल मिलाकर बात यह है कि पैट कमिंस की अगुवाई में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में उतरने जा रही ऑस्ट्रेलियाई टीम को यह मैदान अब तक रास नहीं आया है।
टीम इंडिया का कैसा है रिकॉर्ड?
भारतीय टीम का रिकॉर्ड भी ओवल में कुछ खास नहीं रहा है। टीम इंडिया ने इंग्लैंड के इस ग्राउंड पर कुल 14 मैच खेले हैं, जिसमें से भारतीय टीम ने सिर्फ 2 में जीत दर्ज की है, तो 5 मैचों में टीम को हार झेलनी पड़ी है। साल 2021 में ओवल में टीम इंडिया ने आखिरी मैच इंग्लैंड के खिलाफ जीता था।
टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के लिए दोनों टीमें:
ऑस्ट्रेलिया: पैट कमिंस (कप्तान), स्कॉट बोलैंड, एलेक्स कैरी, कैमरून ग्रीन, मार्कस हैरिस, जोश हेजलवुड, ट्रेविस हेड, जोश इंग्लिस, उस्मान ख्वाजा, मार्नस लाबुशेन, नाथन लियोन, टॉड मर्फी, स्टीव स्मिथ, मिचेल स्टार्क, डेविड वार्नर।
रिजर्व खिलाड़ीः मिचेल मार्श, मैथ्यू रेनशॉ।
भारतः रोहित शर्मा (कप्तान) शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे, ईशान किशन, अक्षर पटेल, रवींद्र जडेजा, केएस भरत, रविचंद्रन अश्विन, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, शार्दुल ठाकुर, जयदेव उनादकट, उमेश यादव।
रिजर्व खिलाड़ीः यशस्वी जायसवाल, मुकेश कुमार, सूर्यकुमार यादव।