कोलकाता। ओडिशा के बालासोर में हुए रेल दुर्घटना के बाद केंद्र सरकार पर विपक्ष लगातार हमलावर है। इस बीच विपक्ष ने रेल मंत्री के इस्तीफे भी मांगा। वहीं, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्रेन हादसे की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपने के रेलवे बोर्ड के फैसले की सोमवार को आलोचना करते हुए कहा कि यह समय नहीं है कि सच को दबाओ। पश्चिम बंगाल की सीएम ने कहा, ‘हम चाहते हैं कि लोग सच्चाई जानें, यह सच्चाई को दबाने का समय नहीं है।’
उन्होंने आगे कहा, “मैंने सीबीआई को ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस मामला भी दिया था, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। 12 साल हो गए, लेकिन हमें कोई नतीजा नहीं दिख रहा है। सीबीआई आपराधिक और दुर्घटना के मामलों को संभालती है। पश्चिम बंगाल के सीएम ने कहा, “बालासोर हादसे में कुछ लोगों के हाथ-पैर कट गए। ऐसे लोगों के लिए हमारी सरकार ने फैसला किया है कि हम उनके परिवार के एक सदस्य को विशेष होमगार्ड की नौकरी देंगे।
उन्होंने कहा, “मैं कटक और भुवनेश्वर का फिर से दौरा करूंगी। बुधवार को हम ओडिशा ट्रेन दुर्घटना के पीड़ितों के परिवारों को अनुग्रह राशि के चेक और नौकरी के पत्र सौंपेंगे।सीएम ममता बनर्जी ने भी ट्रेन हादसे में जान गंवाने वालों को अंतिम सम्मान दिया। ओडिशा सरकार ने सोमवार को जानकारी दी कि ओडिशा के बालासोर जिले में हुए ट्रिपल ट्रेन हादसे में आज सुबह तक 151 शवों की पहचान कर ली गई है।
ओडिशा सरकार ने सोमवार को जानकारी दी कि ओडिशा के बालासोर जिले में हुए ट्रिपल ट्रेन हादसे में आज सुबह तक 151 शवों की पहचान कर ली गई है। बता दें कि दो जून को बहनागा बाजार इलाके के पास हुए इस हादसे में कम से कम 275 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 1,000 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे।