लंदन। पांच जून इंग्लैंड के पूर्व स्पिन गेंदबाज मोंटी पनेसर का मानना है कि ओवल पर जून में मैच होने के बावजूद भारत को आस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल में रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा दोनों स्पिनरों को लेकर उतरना चाहिये। डब्ल्यूटीसी फाइनल सात से 11 जून तक ओवल पर खेला जायेगा। टेस्ट मैच के 140 साल के इतिहास में पहली बार ओवल पर जून में टेस्ट मैच खेला जा रहा है जब पिच हरी भरी और ताजा होगी। आम तौर पर यहां दौरा करने वाली टीम श्रृंखला का आखिरी मैच ओवल पर खेलती है, जो अगस्त या सितंबर में पड़ता है जब पिच सूखी होती है और स्पिनरों की मदद करती है।
पनेसर ने कहा,‘‘ यह ऐसी पिच है जिस पर आप दो स्पिनरों के साथ उतरना चाहेंगे। गेंद टर्न लेती है तो स्पिनरों को भी उछाल मिलेगी। मेरा मानना है कि विकेट सपाट होगी और ऐसे में दो स्पिनरों के साथ खेलने पर भारत को मदद मिलेगी। हमने देखा है कि आस्ट्रेलिया को स्पिनरों के खिलाफ काफी दिक्कत होती है, खासकर भारतीय स्पिनरों के खिलाफ।’’
दो साल पहले साउथम्पटन में न्यूजीलैंड के खिलाफ डब्ल्यूटीसी फाइनल में दो स्पिनरों को लेकर उतरने का भारत को फायदा नहीं मिला लेकिन पनेसर का मानना है कि रोहित शर्मा की कप्तानी वाली टीम को इस मैदान पर दो स्पिनरों को उतारने से फायदा मिलेगा। मौसम गर्म है और हमने लंदन में टी20 ब्लास्ट में देखा कि गेंद टर्न ले रही है। वे घास की छंटनी भी करेंगे क्योंकि वे चाहेंगे कि मैच कम से कम चार दिन तक चले।’’
तेज गेंदबाजी आक्रमण में पनेसर ने कहा कि मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज के साथ उमेश यादव को चुना जाना चाहिये। उन्होंने कहा,‘‘ भारतीय टीम हर मोर्चे पर अब मजबूत है। उनके पास अश्विन और जडेजा के रूप में बल्लेबाजी के अतिरिक्त विकल्प भी हैं तो तीसरे तेज गेंदबाज के तौर पर उमेश को चुना जाना चाहिये। उससे कप्तान कह सकता है कि पहले पांच ओवर 140 प्लस की रफ्तार से डालो।’’
पनेसर का मानना है कि भारत के लिये एक्स फैक्टर ससेक्स के कप्तान चेतेश्वर पुजारा होंगे। उन्होंने कहा,‘‘ भारतीय शीर्षक्रम फॉर्म में है। यहां के हालात वानखेड़े स्टेडियम के समान है। मेरे हिसाब से एक्स फैक्टर पुजारा होगा क्योंकि उसने ससेक्स के लिये काउंटी क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया है। वह बल्लेबाजी का सूत्रधार हो सकता है। उसका डिफेंस जबर्दस्त है और वह पिच सपाट होने पर आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का सामना बखूबी कर सकता है।’’