कोलकाता। देश में समलैंगिक अधिकारों को लेकर बहस चल रही है। ऐसे में कोलकाता सेम सेक्स मैरिज (समलैंगिक विवाह) का गवाह बना रहा है। यहां पर दो लड़कियों ने एक मंदिर में पारंपरिक तरीके से शादी की। हालांकि, मौसमी दत्ता और मौमिता मजूमदार ने आधी रात भूतनाथ मंदिर में चुपचाप शादी की, लेकिन बाद में उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए इस खबर को साझा किया। इस जोड़े ने मीडिया को बताया कि दत्ता पहले से शादीशुदा थीं, उनके दो बच्चे भी हैं। दत्ता का कहना है कि उनके पति उन्हें रोज मारते पीटते थे, इसलिए वह अपने पति से अलग हो गईं।
मेरे दो बच्चे भी हैं और उनकी जिम्मेदारी मेरी है। जोड़े ने बताया कि वह दोनों (मौसमी दत्ता और मौमिता मजूमदार) सोशल मीडिया के माध्यम से एक दूसरे के संपर्क में आए। बाद में, जब उन्होंने शादी करने का फैसला किया, तो मजूमदार ने स्वेच्छा से अपनी साथी (दत्ता) के बच्चों को स्वीकार कर लिया।
वर्तमान में, वे दोनों उत्तरी कोलकाता में एक किराए के आवास में रह रहे हैं, और समलैंगिक विवाह के बारे में घटनाक्रम से अवगत हैं। दत्ता ने सुप्रीम कोर्ट से एक अनुकूल फैसले की उम्मीद करते हुए कहा कि परिणाम जो भी हो, वह हमेशा मजूमदार के साथ रहेंगी।
उन्होंने दावा किया कि भले ही अदालत समलैंगिक विवाह के प्रमाण पत्र की अनुमति नहीं देती है, लेकिन कोई भी नियम उन्हें साथ रहने से नहीं रोकता है। इससे पहले भी कोलकाता में ऐसी कई शादियां हो चुकी हैं। सालों से खुशी-खुशी साथ रह रहे सुचंद्रा और श्री दोनों अब शहर में एलजीबीटीक्यू अधिकार आंदोलन के लोकप्रिय चेहरे हैं।