मालदाः पांच सदस्यों का परिवार दिहाड़ी मजदूरी कर अपना गुजारा करता है। इस बीच अग्नीकांड से आशियाना छिन गया है। भीषण गर्मी में परिवार तिरपाल की छत के नीचे गुजारा कर रहा है। कभी धूप से परेशान तो कभी बिजली कड़कने से पूरा परिवार डर के मारे रातों को जाग उठता है। बारिश हुई तो क्या होगा दिहाड़ी मजदूर रंजीत नुनिया को यह चिंता सता रही है। मालदा के चांचल-2 प्रखंड के गौरहंड ग्राम पंचायत के कापसिया इलाके में आग लगने की घटना के बाद एक छोटे बच्चे समेत पांच सदस्यों का परिवार खुले आसमान के नीचे आ गया हैं।
फिलहाल वे तिरपाल का टेंट बनाकर उसमें दिन गुजार रहे हैं। उनकी दुर्दशा सुनकर चांचल थाने के आईसी उनके घर पहुंचे। आईसी पूर्णेन्दु कुमार कुंडू ने जले हुए झोपड़ी का निरीक्षण किया। आईसी ने उन्हें नए कपड़े, बच्चों के लिए दूध के पैकेट और एक सप्ताह की खाद्य सामग्री प्रदान की। उन्होंने कहा कि आवास योजना में घर दिलाने के बारे में स्थानीय बीडीओ से चर्चा करेंगे।
स्थानीय निवासियों और परिवारों ने पुलिस को धन्यवाद दिया है। गौरतलब हो कि गत शनिवार को लगी भीषण आग में पूरा घर जल कर राख हो गया था। कई हजार रुपये सहित घर में रखा सारा फर्नीचर जलकर राख हो गया था। घटना में मवेशी तक जलकर मर गये थे।