कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बंगाल के लोगों को अपनी पूंजी बताते हुए कहा कि केंद्र सरकार की उदासीनता के कारण राज्य के लोग अंतहीन पीड़ा झेल रहे हैं। बनर्जी ने एक प्रेस वार्ता में कहा, “मैंने हमेशा उनकी भलाई को प्राथमिकता दी है और समर्पण के साथ उनकी जरूरतों को पूरा किया है। मैं भविष्य में कड़ी मेहनत को बरकरार रखने का इरादा रखती हूं।” उन्होंने जनता से वादा किया कि वह हमेशा यह सुनिश्चित करेंगी कि राज्य का कोई व्यक्ति समग्र जीवन जीने से वंचित न रहे।
उन्होंने कहा कि उनके राज्य में हर एक व्यक्ति समृद्धि को प्राप्त करने का हकदार है, और वह यह सुनिश्चित करेंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के लोग केंद्र सरकार की उदासीनता के कारण अंतहीन पीड़ा झेल रहे हैं। उन्होंने सभी को आश्वासन दिया कि इस तरह के ‘अत्याचार’ के खिलाफ उनकी लड़ाई जीत तक जारी रहेगी। सुश्री बनर्जी ने कहा कि वह नीति आयोग की बैठक में भाग लेने के लिए 27 मई को नयी दिल्ली जा रही हैं,
जहां वह राज्य से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करेंगी। ममता ने दावा किया कि भूतपूर्व योजना आयोग राज्यों को बोलने और समस्याओं को हल करने के लिए मंच दिया था, लेकिन केंद्र नीति आयोग में चर्चा करने के लिए एजेंडा तय करता है। उन्होंने कहा- “मैं इस बैठक में शामिल होने वाली हूं, क्योंकि राज्य की समस्याओं को बताते के लिए इसके अलावा कोई दूसरा मंच नहीं है।
भले ही मुझे यहां बोलने के लिए अंत में समय जाए।” ममता ने कहा- “भले ही वह मुझे शाम में या सबके बाद बोलने का अवसर प्रदान करें, लेकिन मैं फिर भी बैठक में शामिल होने के लिए जाऊंगी। मैं पश्चिम बंगाल से संबंधित कई समस्याओं को बढ़ाती रही हूं और मैं उन्हें यहां सबके सामने रखूंगी।