अभिषेक बनर्जी के आदेश के बाद भी नहीं थम रहा तृणमूल का गुटिय विवाद
मालदा। अभिषेक बनर्जी ने पार्टी की बैठक में एक सप्ताह का समय दिया था। एक ही क्षेत्र के दो क्षेत्रीय अध्यक्ष होने को लेकर प्रखंड अध्यक्ष के खिलाफ उन्होंने गुस्सा जाहिर करते हुए यह सवाल भी उठाया कि दो क्षेत्रीय अध्यक्षों बनाने के लिए कितने पैसे का लेन-देन हुआ है। लेकिन एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी समिति के बारे में कुछ नहीं किया गया। ऐसी ही विस्फोटक शिकायत पंचायत समिति के खाद्य कार्याध्यक्ष ने की है। उन्होंने प्रखंड अध्यक्ष को हटाने की भी मांग की। हालांकि जिला तृणमूल नेतृत्व इस संबंध में कुछ भी कहने से कतरा रहा है।
हरिश्चंद्रपुर 1(बी) ब्लॉक तृणमूल अध्यक्ष माणिक दास को हरिश्चंद्रपुर 1 ब्लॉक पंचायत समिति के खाद्य कार्याध्यक्ष केरामुद्दीन अहमद ने हटाने की मांग की है। संयोग से इसी महीने की 4 तारीख को नवजोआर कार्यक्रम के दौरान अभिषेक बनर्जी ने मालदा में पार्टी नेतृत्व के साथ बैठक की थी। सूत्रों ने बताया कि उस बैठक में अभिषेक ने भ्रष्टाचार और गुटबाजी को रोकने के लिए नेतृत्व को कड़ा संदेश दिया। उस बैठक में हरिश्चंद्रपुर 1(बी) ब्लॉक तृणमूल अध्यक्ष माणिक दास को अभिषेक ने धमकाया था।
उन्होंने उस प्रखंड के 4 क्षेत्रों में दो-दो क्षेत्रीय अध्यक्ष होने पर रोष प्रकट करते हुए सवाल किया कि पद कितने पैसे के बदले बांटे गए। वहीं उन्होंने पारदर्शी कमेटी बनाने के लिए एक सप्ताह की समय सीमा तय की, लेकिन एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी प्रखंड अध्यक्ष माणिक दास अभी तक कमेटी को लेकर बैठक नहीं की है। इसलिए उसे हटा देना चाहिए। ऐसा ही विस्फोटक आरोप कैमरे के सामने फूड एक्जीक्यूटिव केरामुद्दीन अहमद ने लगाया। हालांकि तृणमूल का शीर्ष नेतृत्व पूरे मामले पर चुप्पी साधे हुए है। माणिक अपना मुंह नहीं खोलना चाहते।
मामले पर उत्तर मालदा सांगठनिक जिला भाजपा सचिव रूपेश अग्रवाल ने कहा कि कुछ दिन बाद अभिषेक खुद कोयला मामले में गिरफ्तार हो जाएगा। जहां पार्टी के अभिभावक भ्रष्ट हैं, वहां छोटे नेता भ्रष्ट तो होंगे ही। पंचायत चुनाव में जनता हर बात का जवाब देगी। इधर जिले में पंचायत चुनाव के पूर्व गुटिय संघर्ष को लेकर तृणमूल फिर से असहज है।