कोलकाता। जगद्जननी जनकनंदिनी माता सीता के प्राकट्य दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रीय कवि संगम की दक्षिण हावड़ा इकाई ने, संस्था के प्रांतीय अध्यक्ष डॉ. गिरधर राय की अध्यक्षता में एक अभूतपूर्व आभासीय काव्य गोष्ठी का सफल आयोजन किया। जिसमें संयोजन एवं संचालन का भार सम्भाला जिला मीडिया प्रभारी नीलम झा ने। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में संस्था के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. अशोक बत्रा एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ से जुड़ी मल्लिका रुद्रा और गणमान्य अतिथि के रुप में प्रांतीय उपाध्यक्ष श्यामा सिंह, प्रांतीय महामंत्री राम पुकार सिंह, प्रान्तीय मंत्री बलवंत सिंह गौतम एवं मध्य कोलकाता जिलाध्यक्ष रामाकांत सिन्हा ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा और भी बढ़ा दी।
कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ मनोरमा झा की सुमधुर भगवती वन्दना एवं जिला अध्यक्ष हिमाद्री मिश्र के स्वागत भाषण के साथ। तत्पश्चात, पटल पर उपस्थित डॉ. अशोक बत्रा द्वारा पश्चिम बंगाल प्रांत की त्रैमासिक पत्रिका ‘राष्ट्र स्वर’ के ‘जनवरी-फ़रवरी-मार्च’ के अंक का सफलतापूर्वक विमोचन किया गया। डॉ. बत्रा ने अपने वक्तव्य में ‘राष्ट्र स्वर’ के स्तर को बहुत ही उत्तम व साहित्यिक बताया एवं सीता नवमी पर माँ जानकी को समर्पित कुछ पंक्तियाँ दोहराईं – “चौदह साल वन में जो छाया जैसी संग रही, बोलो ऐसी सिया को भुलाया कैसे राम ने।”
पत्रिका के अनावरण के बाद, पटल पर उपस्थित विभिन्न कलमकारों एवं कंठ के धनी कलाकारों ने, माँ जानकी के जन्म से सम्बंधित गीतों को अपनी मधुर वाणी देकर, इस अवसर को और भी कलात्मक एवं संगीतमय बना दिया। जिन सुधीजनों ने जानकी नवमी पर गीतों की गंडक बरसाई उनके नाम हैं – हिमाद्रि मिश्र, अनीता झा, सत्या झा, सुलेखा दास, प्रभा झा, अर्चना भूषण, गिन्नी झा, कंचन कंठ ‘अरविन्द’, रीना देवी, छाया झा, भारती मिश्र, रीता झा, अर्चना ठाकुर, प्रियंका मिश्रा, अम्बे मिश्रा, आलोक चौधरी एवं राम पुकार सिंह।
इनके अतिरिक्त, छत्तीसगढ़ से जुड़ी मल्लिका रुद्रा, मध्य कोलकाता जिला महामंत्री स्वागत बसु, प्रांतीय मीडिया प्रमुख देवेश मिश्र, प्रांतीय उपाध्यक्ष श्यामा सिंह ने भी सीता नवमी पर सभी को बधाई देते हुए राष्ट्र स्वर पत्रिका की सफलता की कामना की। इसके पश्चात कार्यक्रम अपने शीर्ष पर पहुँच गया जब प्रांतीय अध्यक्ष डॉ. गिरिधर राय ने माता जानकी पर अपनी रचना “हम जनक नंदिनी माँ सीता की कथा सुनाते हैं” सुनाकर सभी को भाव विभोर कर दिया। अंत में भक्तिमय काव्य गोष्ठी की यह अपूर्व संध्या जिला कोषाध्यक्ष नीलम मिश्रा द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ सुसंपन्न हुई।