कोलकाता। पश्चिम बंगाल में कथित तौर पर कोयला तस्करी मामले में संलिप्त रहे कारोबारी राजेश झा की गत एक अप्रैल को गोली मारकर हत्या किए जाने के मामले में पुलिस ने पहली गिरफ्तारी की है। बुधवार सुबह पूर्व बर्दवान जिला पुलिस की ओर से जारी बयान में इस बारे में जानकारी दी गई है। इसमें बताया गया है कि आरोपित की पहचान अभिजीत मंडल के तौर पर हुई है। वह पश्चिम बर्दवान के कांकसा का रहने वाला है। उसे मंगलवार देर रात हिरासत में लिया गया था जिसके बाद लगातार पूछताछ हो रही थी।
उसके बयानों में विसंगतियां मिलने के बाद बुधवार सुबह उसकी गिरफ्तारी की गई है। यह इस मामले में पहली गिरफ्तारी है पुलिस का कहना है कि अभिजीत मंडल की भूमिका राजेश की गतिविधियों पर निगरानी रखने की थी। उसी ने अपने फोन के जरिए हत्यारों तक सारी जानकारी पहुंचाई थी। उल्लेखनीय है कि राजेश ने 2020 में भारतीय जनता पार्टी का दामन थामा था और कोयला तस्करी के मामले में पश्चिम बंगाल पुलिस और सीआईडी की जांच का सामना कर रहा था।
एक अप्रैल की रात राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या दो एक ढाबे पर बैठा हुआ था तब बाइक सवार हमलावरों ने उसे ताबड़तोड़ गोलियां चला कर भून दिया था। मौके पर ही मौत हो गई थी। मूल रूप से दुर्गापुर के रहने वाले राजेश को जब गोली मारी गई थी तब वह जिस गाड़ी का इस्तेमाल कर रहा था वह अब्दुल लतीफ नाम के शख्स का है जो मवेशी तस्करी मामले में बेहद कुख्यात है और केंद्रीय एजेंसियों के जांच के दायरे में है। वह बीरभूम जिले के बाहुबली नेता और मवेशी तस्करी मामले में गिरफ्तार अणुव्रत मंडल का भी खास रहा है इसलिए यह हत्या अपने आप में एक पहेली बनी हुई है।