कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से चार बार फोन पर बात करने को लेकर किए जा रहे दावे को चुनौती दी है। बुधवार को राज्य सचिवालय में मीडिया से मुखातिब ममता ने कहा कि भाजपा के एक नेता ने दावा किया है कि तृणमूल कांग्रेस का राष्ट्रीय पार्टी का तमगा खत्म होने के बाद मैंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को चार बार फोन करके अनुरोध किया था, ऐसा नहीं करने के लिए।
अगर इसको कोई भी साबित कर देगा तो मैं मुख्यमंत्री पद छोड़ दूंगी। ममता ने कहा कि हमारी पार्टी अखिल भारतीय थी, है और हमेशा रहेगी। दरअसल शुभेंदु अधिकारी ने इस तरह के दावे किए थे कि तृणमूल कांग्रेस का अखिल भारतीय पार्टी का तमगा खत्म होने के बाद ममता ने अमित शाह को फोन कर अनुरोध किया था। अब इसी पर ममता ने पलटवार किया है।
मुकुल मामले पर खोला मुंह : इसके अलावा एक दौर में अपने बेहद खास सहयोगी से मुकुल रॉय के तृणमूल में वापसी के बाद एक बार फिर दिल्ली जाने को लेकर भी उन्होंने मुंह खोला। ममता ने साफ तौर पर कहा कि मुकुल रॉय भारतीय जनता पार्टी के विधायक हैं। वह दिल्ली जाएं या कहीं भी जाएं, यह उनका अपना फैसला है। इससे पार्टी का या मेरा कोई लेना देना नहीं है।
पश्चिम बंगाल के उत्तर और दक्षिण 24 परगना के सीमावर्ती क्षेत्रों में आधार कार्ड जांच संबंधी केंद्र के आदेश का एक बार फिर जिक्र करते हुए ममता ने कहा कि वह दूसरे रास्ते से पश्चिम बंगाल में एनआरसी लागू करना चाहते हैं। लेकिन मैं ऐसा होने नहीं दूंगी। भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि केंद्र में शामिल लोगों की कोई नैतिकता नहीं है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के हाल के बंगाल दौरे के दौरान दिए गए भाषण का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि एक गृहमंत्री जिस तरह से सरकार गिराने की बात कर रहे थे वह बेहद निंदाजनक है। मैं इसकी तीखी निंदा कर रही हूं।