नयी दिल्ली। भारतीय पुरुष हॉकी (Indian men’s hockey) टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह (Harmanpreet Singh) ने कहा कि इस साल सितम्बर-अक्टूबर में होने वाले एशियाई खेलों से पहले चेन्नई में होने वाली एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी (Asian Champions Trophy) में टीम की कड़ी परीक्षा होगी। एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी तीन से 12 अगस्त तक आयोजित की जाएगी जो हांगझू में होने वाले एशियाई खेलों की तैयारियों के लिए आदर्श टूर्नामेंट होगा।
भारत एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतकर पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने की कोशिश करेगा। हरमनप्रीत ने यहां जारी विज्ञप्ति में कहा, ‘हमारी टीम में से अधिकतर खिलाड़ी पहली बार चेन्नई में खेलेंगे। मुझे याद है कि हमारे सीनियर खिलाड़ी 2007 में चेन्नई में खेले गए एशिया कप के बारे में बात किया करते थे जो कि भारत के लिए बहुत अच्छा टूर्नामेंट रहा था।’
उन्होंने कहा, ‘यह टूर्नामेंट खुद को परखने के दृष्टिकोण से हमारे लिए बहुत अच्छा होगा क्योंकि हमें उन टीमों का सामना करना है जिनसे हम एशियाई खेलों में भिड़ेंगे। एशियाई खेलों से पहले यह टीम के लिए कड़ी परीक्षा होगी।’ हरमनप्रीत ने कहा, ‘इससे हमें अपने विरोधियों को भी परखने का मौका मिलेगा जिससे हमें एशियाई खेलों की अच्छी तरह से तैयारी कर पाएंगे जहां हमारा लक्ष्य स्वर्ण पदक जीतकर पेरिस ओलंपिक के लिए सीधे क्वालीफाई करना है।’
भारत ने 2011 में पहली एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता था। उसने 2016 में फाइनल में पाकिस्तान को हराकर अपने खिताब का बचाव किया था। इसके बाद 2018 में फाइनल मैच बारिश से प्रभावित रहा जिसके कारण भारत और पाकिस्तान को संयुक्त विजेता घोषित किया गया था। ढाका में 2021 में खेले गए टूर्नामेंट में भारत तीसरे स्थान पर रहा था।