तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर : उत्तर प्रदेश के हाथरस में मनीषा बाल्मीकि के साथ हुई पैशाचिकता से उपजे जनाक्रोश की आंच खड़गपुर को अभी भी सुलगा रही है । अलग अलग संगठनों की ओर से विरोध में रैली व सभाएं लगातार की जा रही है ।
हाथरस की घटना पर रोष व्यक्त करते हुए तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जुलूस निकालते हुए खड़गपुर के गोलबाजार में पथसभा की । इस अवसर पर उपस्थित प्रमुख नेताओं में विधायक प्रदीप सरकार , रविशंकर पांडेय , असित पाल , देवाशीष चौधरी , शेख हनीफ , एस . सूर्य प्रकाश राव , हेमा चौबे , पूजा नायडू तथा जगदंबा गुप्ता आदि शामिल रहे । सभा में महिलाओं की खासी संख्या देखी गई ।
दूसरी ओर इसी मुद्दे पर रविवार की शाम कुमारपाड़ा से खरीदा पुलिस चौकी तक जागरूक लोगों ने कैंडल मार्च निकाला । हाथरस कांड के दोषियों के प्रति किसी प्रकार की दया नहीं दिखाने की मांग की गई । बेटी बचाओ के आह्वान के साथ मार्च में शामिल लोग मनीषा हम शर्मिंदा है , जैसे वाक्य लिखी तख्तियां लिए हुए थे । अपने संबोधन में वक्ताओं ने कहा कि हाथरस की घटना ने बेटी पढ़ाओ , बेटी बचाओ नारे की कलई खोल कर रख दी है ।
यह संवेदनहीनता की हद है कि पाशविकता का शिकार हुई एक बेटी को परिजनों से मुखाग्नि भी नसीब नहीं हो सकी । आखिर सरकार को किस बात का डर था जो परंपरा के खिलाफ आधी रात को मनीषा बाल्मीकि के शव को फूंक दिया गया । जो लोग हिंदुत्व की बातें करते हैं , ऐसा करते वक्त उन्हें इसका ख्याल नहीं आया ।