कोलकाता। पश्चिम बंगाल सेक्टर, केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल द्वारा 3 सिगनल बटा.,केरिपुबल साल्टलेक कोलकाता के प्रांगण मे शौर्य दिवस मनाया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि वितुल कुमार, भापुसे, अपर महानिदेशक, केन्द्रीय अंचल एवं बिद्युत सेनगुप्ता, पुलिस महानिरीक्षक, पश्चिम बंगाल सेक्टर तथा आर.एन.एस बहाद, पुलिस महानिरीक्षक, मध्य अंचल एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों और जवानों ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी जिन्होंने देश भर मे हमारे राष्ट्र की सुरक्षा के लिए अपने बहुमूल्य जीवन का बलिदान दिया है।
उल्लेखनीय है कि, 09 अप्रैल, 1965 को द्वितीय बटालियन सीआरपीएफ की दो कंपनी, जो गुजरात के कच्छ के रण में सरदार पोस्ट चौक पर एक पाकिस्तानी ब्रिगेड के हमले का सफलतापूर्वक मुकाबला किया और उसे पीछे धकेल दिया, जिसमें 34 पाकिस्तानी सैनिकों को मार डाला और 04 को जिंदा पकड़ लिया। सैन्य लड़ाइयों के इतिहास में कभी भी मुट्ठी भर पुलिसकर्मियों ने एक पूर्ण विकसित पैदल सेना ब्रिगेड का इस तरह से मुकाबला नहीं किया। इस संघर्ष में सीआरपीएफ के छह जांबाज जवानों भी शहीद हुए । बल के बहादुर जवानों की गाथा को श्रद्धांजलि के रूप में, प्रति वर्ष 09 अप्रैल को बल में “शौर्य दिवस” के रूप में मनाया जाता है। भारत में पुलिस बलों द्वारा 1965 के युद्ध की जीत और सेना की सफल रक्षा के उपलक्ष्य में शौर्य दिवस मनाया जाता है।
इस अवसर पर वितुल कुमार, भापुसे, अपर महानिदेशक, केन्द्रीय अंचल, सीआरपीएफ ने शौर्य दिवस पर सेंट्रल जोन और जम्मू-कश्मीर जोन की विभिन्न बटालियन के 33 कर्मियों को तथा सराहनीय सेवा के लिए पुलिस मेडल और वीरता मेडल प्रदान किया। मुख्य अतिथि ने अधिकारियों तथा जबानों को राष्ट्र के आतंरिक सुरक्षा मे आवश्यकता पड़ने पर सीआरपीएफ के नक्शे कदम पर चलने तथा बिना किसी प्रकार के भेदभाव के राष्ट्र की एकता तथा अखंडता हेतु पूर्ण समर्पण भाव के अग्रसर रहेने हेतु चलते रहने की परम्परा को पालन करने को कहा।