कोलकाता। पश्चिम बंगाल पुलिस की आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) रामनवमी के जुलूस को लेकर गुरुवार को हावड़ा जिले में हुई झड़पों की जांच करेगी। राज्य सरकार के सूत्रों ने कहा कि सीआईडी के तहत विशेष अभियान समूह (एसओजी) द्वारा जांच की जाएगी और जांच दल का नेतृत्व पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) के स्तर का एक अधिकारी करेगा। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी. वी. आनंद बोस ने शुक्रवार देर शाम कड़े शब्दों में बयान जारी कर पुलिस को मामले में वस्तुनिष्ठ, मजबूत और निष्पक्ष रहने का निर्देश दिया।
राज्य सचिवालय के सूत्रों ने बताया कि इस मामले की जांच का प्रभार सीआईडी को सौंपने का फैसला खुद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्यपाल से चर्चा के बाद लिया। इसमें उन्होंने राज्य के संवैधानिक प्रमुख को मामले में आवश्यक और त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया। राज्यपाल ने स्थिति की वास्तविक समय की निगरानी के लिए राजभवन में विशेष प्रकोष्ठ के गठन की घोषणा पहले ही कर दी है।
इस बीच हावड़ा जिले के अशांत इलाकों में झड़प या हिंसा की कोई ताजा घटना नहीं हुई, लेकिन वहां माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। मोबाइल पुलिस टीमों द्वारा इलाके में लगातार पेट्रोलिंग की जा रही है और उन इलाकों में इकट्ठा होने पर प्रतिबंध अभी भी लागू है। पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने पहले ही एक जनहित याचिका दायर कर रामनवमी के जुलूस को लेकर हुई झड़पों की केंद्रीय एजेंसी से जांच कराने की मांग की है।
इस बीच, झड़पों को लेकर राजनीतिक घमासान जारी है। एक ओर तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व ने दावा किया है कि हावड़ा में जुलूस के आयोजकों द्वारा अंतिम समय में जुलूस का मार्ग बदलने के बाद तनाव फैल गया, वहीं दूसरी ओर भाजपा, कांग्रेस और सीपीआई (एम) जैसे विपक्षी दल ने कहा कि यह पुलिस की विफलता थी कि वे जुलूस को मार्ग बदलने से नहीं रोक सके।