कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राज्य सचिवालय में गृह विभाग के दफ्तर में अचानक दोपहर 12:30 बजे के करीब जा पहुंची। उस समय वहां केवल 25 फ़ीसदी कर्मचारियों की उपस्थिति थी। इसे लेकर सरकारी अधिकारियों की कार्यशैली एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई है। दावा किया जा रहा है कि जब सचिवालय में इस तरह की स्थिति है तो बाकी सरकारी दफ्तरों में कैसी बदहाली होती होगी, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। ममता मुख्यमंत्री होने के साथ राज्य की गृह मंत्री भी हैं।
हावड़ा में स्थित राज्य सचिवालय नवान्न की 14वीं मंजिल पर मुख्यमंत्री का दफ्तर है। इसके अलावा चौथी मंजिल पर गृह विभाग का दफ्तर है। जैसे ही वह सचिवालय के गेट पर पहुंची सुरक्षाकर्मियों को निर्देश दिया गया कि सीएम को लेकर चौथी मंजिल पर जाएं। यहां पहाड़ विभाग का दफ्तर भी है। 12:30 बजे जब ममता वहां पहुंची तो उन्हें पता चला कि केवल 25 फ़ीसदी कर्मचारी आए हैं। जो लोग मौजूद थे खड़े हो गए।
ममता ने घूम फिर कर कई कर्मचारियों का काम देखा, अधिकारियों से बातचीत की। करीब 10 मिनट तक वहां रहने के बाद मुख्यमंत्री 14वीं मंजिल पर अपने दफ्तर में जा पहुंची। सूत्रों ने बताया है कि उन्होंने गृह सचिव से इस संबंध में बात की है और अनुपस्थित कर्मचारियों के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी करने का आदेश दिया है।