कोलकाता। भाजपा ने बुधवार से शुरू हो रहे आगामी बजट सत्र में अपनी दलबदलू विधायक सुमन कंजीजल को पश्चिम बंगाल विधानसभा के सदस्य के रूप में अयोग्य ठहराने की मांग करने का फैसला किया है। पार्टी सूत्रों ने कहा कि इस गिनती पर फैसला सोमवार देर शाम पार्टी विधायक दल की बैठक में लिया गया। पार्टी की राज्य समिति के एक नेता ने कहा, पश्चिम बंगाल विधानसभा के अध्यक्ष के कार्यालय में एक औपचारिक आवेदन के माध्यम से विधायक के रूप में कांजीलाल की अयोग्यता की मांग करते हुए हमारी विधायी टीम उनके तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने के बारे में सहायक दस्तावेज भी प्रदान करेगी।
उन्होंने कहा कि मुख्य दस्तावेजी साक्ष्य तृणमूल कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल के स्क्रीनशॉट होंगे, जिसमें पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और लोकसभा सदस्य अभिषेक बनर्जी द्वारा कांजीलाल को तृणमूल कांग्रेस का अभिवादन करते हुए दिखाया गया है। साथ ही, सुमन कांजीलाल द्वारा तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने के बाद दी गई मीडिया बाइट भी सहायक दस्तावेजों के रूप में अध्यक्ष के कार्यालय में जमा की जाएंगी। साथ ही कांजीलाल के तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने की घटना पर सोशल मीडिया में अलग-अलग तस्वीरें और टिप्पणियां स्पीकर के कार्यालय में जमा की जाएंगी।
कांजीलाल रविवार को दक्षिण कोलकाता के कैमक स्ट्रीट में अभिषेक बनर्जी के कार्यालय में तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए। वह 2021 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद से तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने वाले छठे निर्वाचित भाजपा विधायक हैं। पता चला है कि इसी दिन विधानसभा का बजट सत्र शुरू होने से पहले बुधवार को बीजेपी विधायक दल की अहम बैठक बुलाई गई है। उस बैठक में ही कांजीलाल को विधायक पद से अयोग्य ठहराने की मांग वाली अर्जी के मसौदे को अंतिम रूप दिया जाएगा।
हालांकि पहले पांच निर्वाचित भाजपा विधायक तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए, राज्य विधानसभा के आधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार वे भगवा खेमे से विधायक बने रहे। उनमें से एक, कृष्णा कल्याणी को राज्य विधानसभा की लोक लेखा समिति का अध्यक्ष भी बनाया गया है, एक पद जो परंपरागत रूप से विपक्षी बेंच के एक विधायक को दिया जाता रहा है।