त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद है सरसों का तेल

कोलकाता। घर के बुजुर्गों को अपनी त्वचा पर बरसों से सरसों का तेल लगाते देखा होगा। हालांकि आजकल पूरी तरह से शुद्ध सरसों का तेल तो मिलता नहीं है लेकिन फिर भी जो सरसों का तेल बाजार में मिल रहा है वह पूरी तरह से सरसों का ही है। सरसों का तेल त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद होता है। त्वचा के साथ-साथ यह बालों के लिए भी गुणकारी है। आज के युवा बाजार में मौजूद विभिन्न प्रकार के उत्पादनों का प्रयोग करते हैं और सरसों के तेल का नाम सुनते ही उनके मुँह का जायका बिगड़ जाता है।

हमारे समय में जो सरसों का तेल बाजार में आता है उसे चेहरे पर लगाते ही जलन का अहसास होता है। आजकल इस जलन का अहसास न हो इसके लिए इसमें कुछ रसायनों का इस्तेमाल किया जाता है। सरसों का तेल त्वचा के लिए लाभकारी है। सरसों के तेल में बहुत सारे विटामिन और ओमेगा-3 होता है, जो त्वचा को लाभ प्रदान करते हैं। इस तेल को अपने शरीर पर लगाने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप अपने बुढ़ापे को बचा सकते हैं। लगातार सरसों के तेल का उपयोग त्वचा पर करने से झुर्रियों का आगमन देर से होता है। त्वचा हमेशा चिकनी व कोमल रहती है।

त्वचा में लाए निखार
प्रतिदिन रात को सोते वक्त अपने चेहरे व शरीर के अन्य हिस्सों जैसे पैर, टाँगे, हाथ व बाँहों पर सरसों का तेल लगाने से शरीर व चेहरे की रंगत में सुधार आता है। यह टैनिंग, पिगमेंटेशन, चेहरे पर निशान और दाग-धब्बों को दूर करने में सहायता करता है। उम्र के अनुसार शरीर पर पडऩे वाली झुर्रियों को कम करता है। सरसों का तेल रात को सोने से पहले लगाने से साफ और दमकती त्वचा प्राप्त होती है।

करता है प्राकृतिक सनस्क्रीन का काम
वर्तमान में युवा इस तरह की सनस्क्रीन का इस्तेमाल करते हैं जिनमें एसपीएफ 20 से अधिक होता है। वास्तविकता यह है कि सरसों के तेल से ज्यादा फायदे कोई सनस्क्रीन नहीं है। सरसों के तेल में उच्च लेवल का विटामिन ई होता है, जो प्राकृतिक सनस्क्रीन की तरह काम करता है। यह सूरज की हानिकारक किरणों से हमारी त्वचा को बचाता है और समय से पहले झुर्रियों को आने से भी रोकता है।

मुँहासे रहते हैं दूर
किशोरावस्था में आते ही लडक़े/लड़कियों के चेहरे पर मुँहासे दिखाई देने लगते हैं। इन मुँहासों से चेहरे की सुन्दरता खत्म हो जाती है और इससे छुटकारा पाने के लिए युवा कई प्रकार के जतन करते हैं। मुँहासों से छुटकारा पाने का सबसे आसान तरीका सरसों के तेल का है। सरसों के तेल और नारियल के तेल को बराबर की मात्रा में एक साथ मिला लें। फिर इस तेल से चेहरे की पांच मिनट तक हल्के हाथों से मसाज करें। इसके एक घंटे बाद ठंडे पानी से चेहरा धो लें। लगातार कुछ दिनों तक ऐसा करने से आपके चेहरे से मुँहासों का नामो-निशान व उसके दाग छूट जाएंगे।

रिंकल्स से मिलेगा छुटकारा
रिंकल्स केवल चेहरे पर ही नहीं होते, बल्कि हाथ-पैर में भी हो जाते हैं। इनको दूर करने के लिए, आप रोज रात में सोने से पहले, चेहरे और हाथ-पैरों में सरसों के तेल की मालिश करें। तेल को हल्का गुनगुना कर लेंगे तो और भी अच्छा होगा। जब तेल स्किन में एब्जॉर्ब हो जाये, तो गीले तौलिये से साफ कर लें।

त्वचा को करता है मॉश्चराइज
सरसों का तेल सूखी त्वचा को अच्छी तरह से मॉश्चराइज करता है। इसके लिए हथेली पर कुछ बूंदें सरसों के तेल की लें, साथ में कुछ बूंदें पानी की मिलाएं। तेल पानी के इस मिक्सचर से पांच मिनट तक चेहरे की मसाज करें। इसके बाद चेहरा धो लें।

सूखे व रूखे होठों को बनाता है मुलायम
वर्तमान में युवा अपने होंठों को मुलायम बनाने के लिए लिप बाम का इस्तेमाल करते हैं। लिप बाम से होंठ कुछ समय के लिए ही मुलायम होते हैं। यदि आप स्थायी तौर पर अपने होंठों को मुलायम पाना चाहते हैं तो आप सरसों के तेल का इस्तेमाल करें। सरसों का तेल प्राकृतिक नेचुरल मॉश्चराइजर है। जो होठों की नमी को बरकार रखते हुए उन्हें मुलायम बनाए रखता है।

मृत त्वचा को करे साफ
एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर सरसों के तेल फ्री-रेडिकल्स से लडऩे और त्वचा की मृत कोशिकाओं को साफ करने में मदद करता है। यह त्वचा के लिए एक प्राकृतिक रूप में काम करता है और त्वचा की गहराई से सफाई करता है।

यदि आप भी सरसों के तेल के इस्तेमाल से स्किन से जुड़ी हर परेशानी को दूर करना चाहते हैं तो इसका रोजाना या फिर सप्ताह में 2 से 3 बार इस्तेमाल जरूर करें। इसे इस्तेमाल करने की विधि बेहद आसान है। एक कॉटन बॉल लें और उसे शुद्ध सरसों के तेल में भिगोकर दाग-धब्बे, मुंहासे या धूप से जल चुकी स्किन पर लगाएं। आप चाहें तो तेल को नारियल के तेल या बेसन में मिलाकर भी लगा सकती हैं।

नोट: आलेख में दी गई जानकारियों को लेकर हम यह दावा नहीं करते कि यह पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

eleven − two =