मालदा। हरिश्चंद्रपुर थाना क्षेत्र के इस्लामपुर ग्राम पंचायत अंतर्गत बस्ता गांव निवासी 67 वर्षीय दिहाड़ी मजदूर ईसु मंडल का नग्न शव उसके घऱ से 800 मीटर की दूरी पर मक्के के खेत में मिला। ईसू मंडल के पांच बेटे बाहरी राज्य में काम करते हैं। दो बेटियों की शादी हो चुकी है। वह अपनी पत्नी सरलिया मंडल के साथ रहता था। सुबह उसकी शव पर ग्रामीणों की नजर पड़ते ही पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। आईसी के नेतृत्व में बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंच गये। शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
हत्या के कारण को लेकर भ्रम की स्थिति पैदा हुई है। दो लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। ईसु मंडल की पत्नी सरलिया मंडल ने कहा, कल करीब दस बजे वह रोज की तरह बाहर टहल रहे थे। मैं घर आने के लिए बोली तो उसने कहा कि वह आ जाएगा लेकिन वह नहीं आया। सुबह उसका शव बरामद हुआ। उसने कहा कि मुझे नहीं पता कि उन्हें किसने मारा और क्यों मारा। लेकिन ऐसा करने वालों को सजा मिलनी चाहिए।
हरिश्चंद्रपुर थाने के आईसी देवदूत गजमेर ने कहा, सभी घटनाओं की जांच की जा रही है। जांच शुरू हो गई है। अभी कुछ कहा नहीं जा सकता। पारिवारिक या स्थानीय सूत्रों से पता चलता है कि ईसु मंडल से किसी का कोई विवाद नहीं था। एक सामान्य गरीब कामकाजी परिवार के दुश्मन नहीं होते। वह राजनीति में भी शामिल नहीं हैं। फिर उसे इतनी बेरहमी से क्यों मारा गया, पुलिस पूरी घटना की जांच कर रही है।
भाई के साथ विवाद में नाबालिक दीदी ने पिया जहर
मालदा। भाई के साथ से विवाद के चलते आठवीं कक्षा की छात्रा ने कीटनाशक पीकर आत्महत्या करने की कोशिश की। उसे गंभीर हालत में बचाया गया और अस्पताल में भर्ती कराया गया। पीड़ित बहन का नाम प्रियंका मोदी (14) है। वहीं 9 साल का भाई शुभंकर चौथी कक्षा का छात्र है। इनका घर इटाहार थाने के बेलडांगा इलाके में है। शुक्रवार की रात भाई-बहन में कहासुनी हो गई।
भाई ने बहन की पढ़ने की किताबें पास के तालाब में ले जाकर फेंक दी। भाई की इस शरारत से नाराज होकर दीदी ने खेतों में डालने वाला कीटनाशक पी लिया। गंभीर हालत में उसे स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां हालत बिगड़ती देख बेहतर इलाज के लिए उन्हें देर रात मालदा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में स्थानांतरित कराया गया।