सिलीगुड़ी महकमा में तीन डेंगू मरीज आया सामने

सिलीगुड़ी। सिलीगुड़ी महकमा में सर्दी के मौसम में भी डेंगू का कहर जारी है। इस साल की शुरुआत में नक्सलबाड़ी के कई विधानसभा क्षेत्र डेंगू की चपेट में हैं। नक्सलबाड़ी में पिछले दो दिनों में डेंगू के तीन मरीज उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल पहुंचे हैं जिनका इलाज में चल रहा है। सर्दी के मौसम में ग्रामीण क्षेत्रों में डेंगू के तीन मामले सामने आने के बाद से प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मच गया है। ग्राम पंचायतों को सौंपे गए स्वास्थ्य कर्मियों को क्षेत्र में पहुंचने और आवश्यक उपाय करने का निर्देश दिया गया है।

नक्सलबाड़ी ब्लॉक प्रशासन ने कहा कि यदि स्वास्थ्य कर्मी अपने कर्तव्यों में लापरवाही करते पाये गये तो आवश्यक कार्रवाई की जायेगी। स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के अनुसार नक्सलबाड़ी ब्लॉक के मनीराम ग्राम पंचायत के दो निवासी और हाथीघिसा ग्राम पंचायत के अटल चाय बागान का एक मजदूर डेंगू से संक्रमित हुआ है। आमतौर पर हाथीघिसा और मनीराम ग्राम पंचायतों में डेंगू नहीं देखा जाता है। लेकिन सर्दी के मौसम में पिछले दो दिनों में लगातार तीन डेंगू पॉजिटिव केस ने स्वास्थ्य कर्मियों की नींद उड़ा दी है।

पिछले साल इस ब्लॉक में डेंगू के मरीजों की संख्या 100 के पार हो गई थी। लेकिन इसके बावजूद ब्लॉक प्रशासन मामले को लेकर सतर्क नहीं होने से सवाल उठने लगे हैं। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, सर्दियों के करीब आते ही ग्राम पंचायत स्तर पर कार्यरत ग्रामीण संसाधन कर्मियों ने घर-घर जाकर सर्वे करना बंद कर दिया है। यह आरोप लगाया गया है कि ये कर्मचारी सर्दियों के दौरान काम छोड़ रहे हैं। शायद बीएमओएच नहीं जानता। मामले को देखा जाएगा।

डेंगू नियंत्रण के लिए सिलीगुड़ी महकमा के प्रत्येक ग्राम पंचायत में घर-घर सर्वेक्षण के लिए दस ग्रामीण संसाधन कार्यकर्ता और पाँच वेक्टर नियंत्रण दल नियुक्त किए गए थे। सिलीगुड़ी महकमा के चार ब्लॉकों में ऐसे कर्मियों की संख्या तीन सौ से ऊपर है। कथित तौर पर, कई ग्राम पंचायतों में फंड की कमी के कारण श्रमिकों को काम से निलंबित कर दिया गया है। जमा पानी में लार्वानाशक का प्रयोग बंद कर दिया गया है। आरोप है कि कर्मचारियों की कमी के कारण नालों की सफाई का काम भी बंद कर दिया गया है।

सिलीगुड़ी अनुमंडल स्वास्थ्य समन्वयक पंकज दत्ता इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं। नक्सलबाड़ी पंचायत समिति के अध्यक्ष आनंद घोष ने कहा कि नक्सलबाड़ी ब्लॉक स्वास्थ्य अधिकारी डेंगू को लेकर नियमित निगरानी नहीं कर रहे हैं। वह भी रोजाना अस्पताल नहीं आ रहे हैं जिससे डेंगू के मामले बढ़ रहे हैं। दार्जिलिंग जिले के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी तुलसी प्रमाणिक ने कहा कि डेंगू के संक्रमण की कोई खबर नहीं है।

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