मालदा। बुधवार को पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में पहुंचे केंद्रीय राज्य मंत्री कपिल मोरेश्वर को स्थानीय लोगों ने काले झंडे दिखाकर विरोध जताया है। बुधवार दोपहर के समय गंगा और फुलवारा नदी के किनारे कटाव प्रभावित क्षेत्रों और स्थानीय लोगों की परिस्थिति का जायजा लेने के लिए केंद्रीय मंत्री पहुंचे हुए थे। उनके साथ अंग्रेजी बाजार से भाजपा के विधायक श्रीरूपा मित्रा चौधरी और जिला भाजपा नेतृत्व पहले से मौजूद था।
यह चंडीपुर उत्तर गांव के पास पंचायत ऑफिस के सामने पहले से ही बड़ी संख्या में लोग काले झंडे लेकर एकत्रित थे। इनका दावा है कि उन्हें केंद्रीय आवास योजना से वंचित किया गया हैं। वे अपनी शिकायतें केंद्रीय मंत्री को सुनाना चाहते हैं लेकिन उनकी बात सुने बगैर मंत्री पंचायत ऑफिस में चले गए जिसके बाद लोगों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। यहां एकत्रित हुए ग्रामवासी लगातार नारेबाजी कर रहे थे।
मौके पर मौजूद पुलिस ने कानून व्यवस्था को संभाला और मंत्री के साथ सुरक्षा ड्यूटी में मौजूद केंद्रीय बलों के जवानों ने उन्हें सुरक्षित वहां से निकाला है। बाद में मीडिया से मुखातिब केंद्रीय मंत्री ने कहा कि लोगों ने आवास योजना को लेकर कुछ नहीं कहा है हालांकि नदी के कटाव की वजह से समस्याओं का जिक्र किया है। इसका सही रास्ता यह है कि राज्य के जरिए केंद्र सरकार के पास इससे संबंधित आवेदन किया जाए। निश्चित तौर पर इस पर सकारात्मक कदम उठाया जाएगा।
इधर ग्रामीणों के इस प्रदर्शन को लेकर भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता शामिक भट्टाचार्य ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार के समन्वय से लोगों तक सुविधाएं पहुंचती हैं। लेकिन पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री का ईगो इतना बड़ा है कि राज्य के लोगों के हित को ताक पर रखकर प्रधानमंत्री से ठीक से बर्ताव तक नहीं करतीं। यहां तक कि केंद्र सरकार बंगाल के लोगों के हित के लिए जो रुपये भेजता है उसे तृणमूल के नेता अपनी जेब में डाल लेते हैं और ममता बनर्जी उस पर पर्दा डालती हैं।