कोलकाता। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने बांग्लादेश से लगी दक्षिण बंगाल की सीमा पर बीते साल 2022 में बड़ी उपलब्धि हासिल की। जवानों ने इस दौरान करोड़ों के नशीले पदार्थों सहित 1951 बांग्लादेशी तस्करों और घुसपैठियों को पकड़ा है। बीएसएफ की तरफ से ये जानकारी साझा की गई है। बीएसएफ ने बताया कि दक्षिण बंगाल में भारत-बांग्लादेश सीमा देश की सबसे चुनौतीपूर्ण सीमाओं में से एक है। सीमा बहुत जटिल है क्योंकि यहां जनसंख्या सीमा के दोनों ओर आसपास रहती है और उनमें समान जातीय और सांस्कृतिक समानताएं भी हैं।
दक्षिण बंगाल फ्रंटियर भारत-बांग्लादेश सीमा के साथ 913 किलोमीटर के क्षेत्र की रखवाली कर रहा है, जिसमें 364 किलोमीटर नदी की सीमा और चारलैंड का विशाल क्षेत्र शामिल है। बीएसएफ के प्रवक्ता ने कहा कि दक्षिण बंगाल फ्रंटियर ने परिचालन के मोर्चे पर ठोस प्रयास किए हैं और काफी हद तक तस्करी की गतिविधियों को रोकने में सक्षम रहा है। साल 2022 में दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवान भी बड़ी संख्या में घुसपैठियों को पकड़ने में सफल रहे हैं।
बीएसएफ ने बताया कि जवानों ने बीते साल तस्करी और घुसपैठ रोकने के विभिन्न अभियानों में 1951 बंगलादेशी, 936 भारतीय और 81 अन्य देशों के नागरिकों को पकड़ा है। इनमें 69 दलाल भी शामिल हैं। वहीं आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2022 के दौरान दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवानों ने तस्करी किए जा रहे 1,175 मवेशियों को सफलतापूर्वक बचाया है। इसके अलावा प्रतिबंधित फेंसेडिल की 2,52,291 बोतलें, 2,812 किलोग्राम गांजा, 12,562 नग याबा टैबलेट और 1,13,12.408 ग्राम सोना भी बरामद किया है।
बीएसएफ ने बताया कि भारत और बांग्लादेश की दोनों सीमा सुरक्षा बलों के बीच संबंध सौहार्दपूर्ण हैं और दोनों सेनाएं द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने के लिए अपने सर्वोत्तम प्रयास कर रही हैं। बीएसएफ और बीजीबी के बीच आपसी समझ और सहयोग ने शांति बनाए रखने के अलावा सीमा पर कई मुद्दों को हल करने में मदद की है।